RBI के फैसले से EMI और FD रिटर्न पर क्या होगा असर?
Dainik Haryana News,RBI Monetary Policy(नई दिल्ली): आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी(RBI Monetary Policy) यानी मौद्रिक नीति कमेटी की बैठक आज पूरी हो चुकी हैं। आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति कमेटी की बैठक के बाद पॉलिसी रेट को लेकर ऐलान किया.
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उन्होंने कहा कि रेपो रेट में कटौती नहीं की गई है इसलिए नीतिगत ब्याज दरें 6.50 फीसदी पर बरकरार रहेंगी. रेपो रेट को पहले की तरह ही 6.5 प्रतिशत पर रखा है। लगातार 6वीं बार ऐसा हुआ है जब आरबीआई द्वारा रेपो रेट(Repo Rate by RBI) में कोई बदलाव नहीं किए गए हैं। आरबीआई ने इससे पहले दिसंबर में हुई बैठक में भी रेपो रेट में कोई बदला नहीं किया गया था। केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
महंगाई से आमजन को राहत :
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि हमारे प्रयासों से महंगाई की दर में कमी देखने को मिल रही है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत, साल 2024-25 में 4.5 प्रतिशत रखने का अनुमान लगाया है। वित्त वर्ष 2024 में रियल जीडीपी ग्रोथ(Real GDP Growth) अनुमान 7 प्रतिशत रखा गया है। सेंट्रल बैंक मॉनेटरी पॉलिसी में पॉलिसी रेट में बदलाव देखने को नहीं मिल सकते हैं। क्योंकि खुदरा महंगाई अब भी संतोषजनक दायरे के ऊपरी स्तर के करीब है. रिजर्व बैंक ने करीब एक साल से रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा है. फरवरी 2023 में 6.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.5 किया गया था।
FD व बैंक लोन पर होग असर :
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ब्याज दरें 6.50 प्रतिशत के स्तर पर स्थिर रहने की वजह से बैंकों से मिलने वाला कर्ज व बचत योजनाओं पर मिने वाले ब्याज में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है। आरबीआई बेंचमार्क रेट(RBI benchmark rate) से बैंक व एनबीएफसी ब्याज दरों में बढ़ोतरी व कटौती करती है।