Dainik Haryana News

Rice Latest Price : धान के रेट में 300 रूपये की तेजी, किसान खुश

 
Rice Latest Price : धान के रेट में 300 रूपये की तेजी, किसान खुश
Rice Price Hike : जैसा की आप जानते हैं धान की फसल धड़ल्ले से मंडियों में जा रही है। ऐसे में किसानों के लिए एक कमाल की खबर सामने आई है कि धान की फसल की कीमतें 300 रूपये बढ़ गई हैं। आइए खबर में जानते हैं कौन सी है वो धान की किस्म। Dainik Haryana News,Today Rice Price(New Delhi) : अखिल भारतीय ऑल इंडिया राइस एक्सपोर्टर एसोसिएशन( All India Rice Export Association) की हड़ताल खत्म हो चुकी है जिसके बाद मंडियों की स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है। फैसल लिया गया है कि धान की फसल की एक किस्म की कीमतों में 300 रूपये की बढ़ोतरी की गई है जिसके बाद किसानों को लाभ मिला है। पीआर भी एमएसपी पर बिकना शुरू हो गई है और 1509 के साथ बारीक धान के भाव में भी तेजी देखने को मिली है। READ ALSO :Ankho Ki Roshi : दूध में मिलाकर पी लें ये एक चीज, महीने भर में लौट आएगी आंखों की रोशनी! अखिल भारतीय चावल निर्यात एसोसिएशन( All India Rice Export Association) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नाथीराम गुप्ता और प्रांतीय प्रधान सुशील जैन के आह्वान पर हरियाणा-पंजाब सहित सभी 7 बासमती उत्पाद राज्यों से 15 अक्टूबर से बासमती सहित बारीक धान की खरीद को भी बंद कर दिया गया था। हड़ताल खत्क होते ही अब मंडियों में दोबारा से धान की खरीद में तेजी देखने को मिल रही है। हरियाणा अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के चेयरमैन रजनीश चौधरी( Association Chairman Rajneesh Chaudhary), करनाल मंडी एसोसिएशन के उप प्रधान राज कुमार सिंगला का कहना है कि पूरे जिले में जो भी 1509 और बारीक किस्मों की धान निर्यातकों की हड़ताल के दौरान 2700 से 2800 रूपये किलो लगा था अब वह 3 हजार और उससे ज्यादा बिक रही है। जबकि हड़ताल से पहले ये 3400 से 3500 रूपये प्रति क्विंटल बिक रहा था। आपकी जानकारी के लिए बता दें, फसल की कीमतों में अभी और भी तेजी आने की संभावना है। READ MORE :Haryana News: हरियाणा में चोरों का अनोखा कारनामा, रेल की लाइन ही कर ली चोरी

सीमा पर क्यों रोका जा रहा धान?

मोटे अनाज यानी पीआर(PR) की खरीद सरकारी रेट पर हो रही है लेकिन बाहर से आप हरियाणा में इस अनाज को नहीं ला सकते हैं। इसी बीच यूपी से आने वाले 1509 और 1121 की जो फसल हरियाणा में आ रही है उस पर पाबंदी लगाई जा रही है। फसल के रेट में बढ़ोतरी के बाद किसानों को थोड़ी राहत मिली है।