Chandrayaan 3 Send Temperature of Moon: चंद्रयान 3 ने भेजी चांद के दक्षिणी ध्रुव के तापमान की जानकारी, पता चला क्यों रहती है चांद की सतह इतनी लाला
Aug 27, 2023, 19:19 IST
Temperature of the South Pole of the Moon: चंद्रयान 3 ने सफल लैंडिंग के बाद अपना काम सही से करना शुरू कर दिया है। इसरो का कहना है कि विक्रम लैंडर ने अपने दो काम अच्छे से कर लिए हैं और अब इसे तीसरे के लिए तैयार किया जा रहा है। इस बीच विक्रम लैंडर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव के तापमान की जानकारी भी सांझी की है। Dainik Haryana News: Vikram Lander Rover(नई दिल्ली): विक्रम लैंडर में कुछ खास तरह के सेंसर लगाए गए हैं जो चांद की सतह के तापमान को 4 इंच तक बिना किसी खुदाई के ही जान लेते हैं। विक्रम लैंडर में लगा चास्टे नाम का यंत्र ताममान की जानकारी बिना ड्रिल किए ही देने वाला है। भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने इस बारे में जानकारी सांझी करते हुए कहा है कि चास्टे ने चांद की ऊपरीसतह की जानकारी दी है, यह बिना खुदाई किए, बिना गिरे, बिना छुए ही तापमान की जानकारी 4 इंच तक दे सकता है, यानि चांद की सतह के 10 सेंटीमीटर अंदर के तापमान की जानकारी दे सकता है। Read Also: Asha Workers : आशा वर्कर्स हरियाणा विधान सभा का करेंगी घेराव चास्टे ने उपरी सतह की जानकारी देते हुए बताया की चांद की सतह का तापमान 50 से 60 डिग्री सेल्सियस के बीच है। लेकिन जैसे ही सतह की गहराई 10 सेंटीमीटर अंदर तक जाती है इसका तापमान -10° तक पहुंच जाता है। कर देती है ना ये बात हैरान, जहां आप खड़े हैं आपके पैर जमीन पर नहीं टिक रहे तापमान इतना ज्यादा है और वहीं खड़े-खड़े 4 इंच तक जमीन खोदो तो आपके पैर ठंड की वजह से जमीन पर नहीं टिक पाते। ऐसे में चांद पर क्या जीवन संभव है, जितनी सतह की गहराई बढ़ती जाएगी, तापमान में गिरावट उतनी ही बढ़ती जाएगी। Read Also: Today India Weather : आसमान से गिरा इतना जल, सड़कें तलाब में तब्दील चंद्रयान 3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट के बहुत से रहस्यों से पर्दे उठाता जा रहा है और अभी कई दिन तक ऐसे ही काम करता रहेगा। विक्रम लैंडर रोवर अच्छे से चांद के दक्षिणी ध्रुव पर Moon Walk कर रहा है और साथ में अपना काम भी कर रहा है।