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Chandrayaan 3 Today Live Update: क्या चंद्रयान 3 के इस रहस्य को जानते हैं आप, लैंडिंग से पहले हुआ बड़ा खुलासा

 
Chandrayaan 3 Today Live Update: क्या चंद्रयान 3 के इस रहस्य को जानते हैं आप, लैंडिंग से पहले हुआ बड़ा खुलासा
Vikram Lander: भारत की और से चांद पर जाने के लिए ये तीसरा प्रयास है। पिछले दो बार के अनुभवों से इसरो नें सीख लेते हुए चंद्रयान 3 में बहुत से बदलाव किए हैं। लेकिन क्या आप चंद्रयान 3 की उस बात से वाकिफ हैं जो हालहि में सामने आई है, जानते ही आपके होश उड़ जाएंगे। Dainik Haryana News: Chandrayaan 3 Landing Time(नई दिल्ली): आपके मन में चंद्रयान 3 को लेकर बहुत से सवाल उठ रहे होंगें आखिर 600 करोड़ की लागत से बना चंद्रयान 3 जिसमें इसरो की 4 साल की मेहनत लगी है। आखिर चांद पर क्या करने वाला है। इसका मुख्य उद्देश्य क्या है। चंद्रयान 3 साफ्ट लैंडिंग के बाद क्या करने वाला है चंद्रयान 3। आपकी जानकारी के लिए बता दें की चंद्रयान 3 का पहला लक्ष्य है चांद की सतह पर साफ्ट लैंडिंग कर अपने अंदर के रोवर को बाहर निकालना। 14 जुलाई 2023 से मिशन पर निकला चंद्रयान 3 आज से तकरीबन चौथे दिन शाम 5.47 मिनट पर चांद के डार्क साइड पर उतरने वाला है। Read Also: Rahul Ghandi: राहुल गांधी कहां से लड़ेंगे 2024 का चुनाव अमेठी से यां वायनाड से? चंद्रयान 3 लगातार चांद की कक्षा में जाने के बाद से ही चंद्रमा की तस्वीर भेज रहा है। अब चंद्रयान 3 अपने मॉड्यूल से अलग होकर अकेला ही मिशन पर निकल पड़ा है। चांद के बेहद करीब आने के बाद ही विक्रम लैंडर के लिए चुनौती भरा समय शुरू हो चुका है। इसरो ने चंद्रयान 2 को 4 साल पहले चांद पर भेजा था जो लैंडिंग के कुछ मिनट पहले ही तकनीकि खराबी आने से संपर्क टूट गया और चंद्रयान 2 क्रैस हो गया। लेकिन चंद्रयान 3 में बहुत से बदलाव किए गए हैं। इसमें हाई-टेक कैमरे और सैंकड़ों सेन्सर लगें हैं। जो विक्रम लैंडर की साफ्ट लैंडिंग कराने में सहायता प्रदान करने वाले हैं। चंद्रयान 2 के मुकाबले चंद्रयान 3 का लैंडिंग एरिया भी बढ़ाया गया है। Read Also: Sanake Attack : जवान युवक को जिंदा निगल गया 23 फीट का सांप, देखें तस्वीर चंद्रयान 3 को लैंडिंग करते समय यदि कोई दिक्कत आई तो वो अपना स्थान भी बदल सकता है। चंद्रयान 3 के साफ्ट लैंडिंग करने के बाद 3 रोवर इसके अंदर से निकलने वाले हैं जो चांद की सतह पर अपना अलग-अलग काम करते नजर आने वाले हैं। इससे पहले रूस के लूना-25 पर भी दूनिया की नजर बनी हुई है जो 21 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की कोशिश करने वाला है।