Dainik Haryana News

Chhath Puja : छठ पूजा में बांस के सूप का इस्तेमाल क्यों किया जाता है, क्या है इसके पीछे की वजह?

 
Chhath Puja : छठ पूजा में बांस के सूप का इस्तेमाल क्यों किया जाता है, क्या है इसके पीछे की वजह?
Chhath Puja Date 2023 : 17 नवंबर से छठ पूजा की शुरूआत हो चुकी है। लोग इस पूजा में शामिल होने के लिए अपने घरों की और लौट रहे हैं। गौरतलब है, छठ पूजा में बांस के सूप का इस्तेमाल होता है। आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताने जा रहे हैं कि क्यों इस पूजा में सूप के बांस का इस्तेमाल होता है। Dainik Haryana News,Chhath Puja Vidhi(नई दिल्ली): छठ की पूजा लगातार 4 दिनों तक चलती है जो 17 नवंबर से शुरू हो चुकी है। छठ पूजा भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित होती है। इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु और सलामती के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत को डाला छठ, छठी, सूर्य पष्ठी और छठ प्रतिहार के नाम से जानी जाती है। READ ALSO :Team India Player Update: रवींद्र जडेजा 48 साल के वर्ल्ड कप इतिहास में सर्वाधिक 16 विकेट हासिल करने वाले भारतीय स्पिनर बन गए हैं

क्यों होता है सूप के बांस का इस्तेमाल?

छठ की पूजा संतान की सलामती के लिए की जाती है और इसमें एक बड़ा की धार्मिक कारण भी छिपा हुआ है। छठ की पूजा सच्चे मन से करने पर संतान की प्राप्ती होती है। छठ की पूजा में बांस के सूप का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बांस बड़ी ही तेजी से बढ़ता है। इसलिए ही अपनी संतान की तरक्की को भी बांस की तरह देखने के लिए इस पूजा में बांस का इस्तेमाल होता है। READ MORE :Chest Pain : बार-बार होता है छाती में दर्द तो हो सकती हैं ये 7 वजह ऐसा माना जाता है कि बांस के बिना पूजा अधूरी है। छठ पूजा सूर्य की पूजा में अर्ध्य देते समय बांस के सूप का ही इस्तेमाल होता है। पूजा के समय बांस के बने सूप, टोकरी और देउरा में प्रसाद को रखकर छठ घाट पर लेकर जाया जाता है। बांस से बने सूप और टोकरी की सहायता से छठी मैया को भेंट चढ़ाया जाता है और अपनी खुशियों की कामना की जाती है।