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Aviation Sector : क्या ये प्रोग्राम बदल देगा देश की बेटियों का जीवन?

Government Scheme : केंद्र सरकार बेटियों के लिए ऐसा प्रोग्राम लेकर आई है जिससे देश की बेटियों की किस्मत बदलने वाली है। आज हम आपको इसी प्रोग्राम के बारे में बताने जा रहे हैं। बेंगलरू में नया हाइटेट बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सेंटर कैंपस तैयार किया गया है। इसके साथ ही बोइंग सुकन्या प्रोग्राम को भी लॉन्च किया गया है जो बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। 
 
Aviation Sector : क्या ये प्रोग्राम बदल देगा देश की बेटियों का जीवन?

Dainik Haryana News,Boeing Sukanya Program(नई दिल्ली): केंद्र सरकार बेटियों के लिए ऐसा प्रोग्राम लेकर आई है जिससे देश की बेटियों की किस्मत बदलने वाली है। आज हम आपको इसी प्रोग्राम के बारे में बताने जा रहे हैं। बेंगलरू में नया हाइटेट बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सेंटर कैंपस तैयार किया गया है। इसके साथ ही बोइंग सुकन्या प्रोग्राम को भी लॉन्च किया गया है जो बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।

 क्या है बोइंग सुकन्या कार्यक्रम का मकसद(objective of Boeing Sukanya program)

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इसके माध्यम से देश की ज्यादा महिलाएं एविएशन में एंट्री कर सकती हैं। यह कार्यक्रम भारतीय लड़कियों और महिलाओं को साइंस, टेक्नोजी, इंजीनियरिंग और मैथ्स क्षेत्रों में खास स्किल सीखने और एविएशन सेक्टर में नौकरियों के लिए ट्रेनिंग के मौके देगा. युवा लड़कियों के लिए एसटीईएम करियर में जागरूकता लाने में मदद करेगा और जिसके लिए 150 जगहों पर एसटीईएम लैब बनाई जाएंगी। कार्यक्रम के तहत उन महिलाओं को भी स्कॉलरशिप दी जाएगी, जो पायलट बनने के लिए ट्रेनिंग ले रही हैं.


हर क्षेत्र में बढ़ेगी महिलाओं की भागीदारी :

 सरकार महिलाओं को हर एक क्षेत्र में आगे लेकर जाना चाहती है और हर एक जगह पर उनकी भागीदारी को बढ़ाना चाहती है। केंद्र सरकार एयरोस्पेस इंडस्ट्री(aerospace industry) में महिलाओं के लिए नए अवसर पैदा करने के लिए तैयारी कर रही है। अब महिलाएं पायलट बनने के लिए बोइंग सुकन्या समृद्धि कार्यक्रम जैसे प्रोग्रामों की मदद ले सकती हैं। फाइटर पायलट हों या सिविल एविएशन, भारत महिला पायलटों की संख्या के मामले में दुनिया में सबसे आगे है. भारत की 15 प्रतिशत पायलट महिलाएं हैं, जो वैश्विक औसत से 3 गुना ज्यादा है. 

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एयरोस्पेस उद्योग से होगा देश का विकास :

यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका से बाहर 1600 करोड़ रूपये के निवेश से निर्मित यह 43 एकड़ जमीन का परिसर बाइंग का सबसे बड़मा इंवेस्टमेंट है। ऐसा करने से मेक इंडिया-मेक फॉर द वर्ल्ड' संकल्प को मजबूत करता यह परिसर भारत की प्रतिभा में दुनिया के भरोसे को मजबूत करता है. बोइंग का नया कैंपस भारत में जीवंत स्टार्टअप, प्राइवेट और सरकारी इकोसिस्टम के साथ साझेदार करके काम करेगा।

इसके साथ ही वैश्विक एयरोस्पेस और रक्षा उद्योग के लिए अगली पीढ़ी के उत्पादों और सेवाओं को भी विकसित करने में मदद करेगा। बाइंग कार्यक्रमों से महिलाओं का विमान क्षेत्र में भागीबदार बढ़ेगी और जो दूर के इलाकों में रहने वाली महिलाओं के पायलट बनने का सपना भी साकार होगा। इस कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की विकास ओर कोचिंग की भी सुविधाएं दी जाएंगी। सरकार का उद्देश्य महिलाओं को रोजगार दिलाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।