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BJP Mahila Morcha : भाजपा महिला मोर्चा ने महिलाओं को बताएं मोटे अनाज के फायदे

 
BJP Mahila Morcha : भाजपा महिला मोर्चा ने महिलाओं को बताएं मोटे अनाज के फायदे
BJP Mahila Morcha : प्रत्येक महिला को चाहिएं कि वे अपने घरों में अपनी डाईट में मोटे अनाज को शामिल करे और पूरे परिवार को स्वस्थ व सुदृढ़ बनाने में भरपूर योगदान दें। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य महिलाओं को मोटे अनाज के प्रति जागरूक करना है, ताकि प्रत्येक परिवार अपनी डाइट में मोटे अनाज को जोडक़र अपने स्वास्थय को बेहतर बना सकें।
Dainik Haryana News :#BJP (नई दिल्ली) :  मोटे अनाज अत्यधिक पोषक, अम्ल रहित, ग्लूटेन मुक्त और आहार गुणों से युक्त होते है। इसके अलावा बच्चों और किशोरों में कुपोषण खत्म करने में मोटे अनाज का सेवन काफी मददगार होता है। इसीलिए भाजपा सरकार ने वर्ष 2023 को मिलिट्स वर्ष घोषित किया गया है, जिसके तहत मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
इसी कडी में भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा द्वारा स्थानीय बेरी हलके के गांव माजरामें जागरूकता को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित सैंकड़ों महिलाओं ने सर्वप्रथम मुख्यअतिथि महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्षा सुनीता दांगी व कार्यक्रम अध्यक्षा नीलम अहलावत, चेयरपर्सन व प्रभारी रोहतक लोकसभा महिला मोर्चा का फूल-मालाओं व पगड़ी बांधकर नागरिक अभिनन्दन किया और महिलाओं ने स्वागत गीत व सावन माह के भजनों से कार्यक्रम को सुशोभित किया।
कार्यक्रम को संबाधित करते हुए भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्षा सुनीता दांगी ने कहा कि पुराने ववक्त में भारतीय लोगों का भोजन रहे मोटे अनाज सुपर फूड के नाम से जाने जाते हैं। मोटे अनाज से रोग प्रतिरोधक क्षमता व स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने बताया कि ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू को मोटा अनाज की फसल कहा जाता है। मोटे अनाज वजन कम करने और उच्च रक्तचाप में मददगार होते हैं। इसके अलावा मोटा अनाज डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों को दूर करने के साथ बहुत सी बीमारियों से बचाता है।
इस मौके पर नीलम अहलावत, चेयरपर्सन व प्रभारी रोहतक लोकसभा महिला मोर्चा ने कहा कि मोटे अनाज से शरीर का सर्वांगीण विकास होता है तथा शरीर को मजबूत बनाने के साथ-साथ बीमारियों से लडऩे की शक्ति भी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि गेहूं, चावल के मुकाबले मोटा अनाज उगाना और खाना ज्यादा सुविधाजनक है। मोटे अनाज में पोषण भी अधिक होता है, जिससे शरीर मजबूत होता है और बीमारियों से लडऩे की शक्ति मिलती है।
अतः प्रत्येक महिला को चाहिएं कि वे अपने घरों में अपनी डाईट में मोटे अनाज को शामिल करे और पूरे परिवार को स्वस्थ व सुदृढ़ बनाने में भरपूर योगदान दें। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का उद्देश्य महिलाओं को मोटे अनाज के प्रति जागरूक करना है, ताकि प्रत्येक परिवार अपनी डाइट में मोटे अनाज को जोडक़र अपने स्वास्थय को बेहतर बना सकें।