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Budget 2024 : अब 1 फरवरी को तो पहले किस दिन पेश किया जाता था बजट?
 

India Budget 2024 : 1 फरवरी को हर साल केद्रींय बजट को पेश किया जाता है। इस साल भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 तारीख को ही बजट को पेश करने जा रही हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहले के समय में किस तारीख को बजट पेश किया जाता था। आइए खबर में जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल से। 
 
Budget 2024 : अब 1 फरवरी को तो पहले किस दिन पेश किया जाता था बजट?

Dainik Haryana News,Union Budget 2024(ब्यूरो): 'केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारणम'(Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) 1 फरवरी को बजट पेश करने जा रही है। अंतरित बजट 2024 में लोग उम्मीद लगा रहे हैं कि इस बार किसानों और गरीब लोगों को काफी राहत दी जाने वाली है। इससे पहले हम आपको बताने जा रहे हैं कि पहले के समय में किस तारीख को बजट पेश किया जाता था। जी हां, पहले के समय में इसे साल के पहले ही दिन पेश किया जाता था, उसके बाद फैसला लिया गया कि अब इसे एक फरवरी को पेश किया जाएगा। 

फरवरी के अंत में पेश किया जाता था बजट :

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बहुत से लोगों का ये भी मानना है कि पहले अंतरिम बजट को फरवरी के लास्ट में पेश किया जाता था। बजट को संसद के पटल पर पेश करने के दिन की परंपरा को पहली बार साल 2017 में बदला गया था। समय वित्त मंत्रालय की तरफ से बजट दस्तावेज पहली बार महीने के आखिरी सप्ताह की बजाय 1 फरवरी को पेश किया गया. 1 फरवरी 2017 को तत्कालीन वित्त मंत्री अरूण जेटली ने ऐलान किया था कि केंद्रीय बजट अब फरवरी के पहले दिन पेश किया जाएगा। 

क्यों बदली गई आम बजट की तारीख?

आपकी जानकारी के लिए बता दें, सबसे पहले 1 फरवरी को बजट पेश करने की वजह ब्रिटिश शासन के तहत औपनिवेशिक युग के दौरान अपनाई जाने वाली प्रथा को खत्म करना है। लेकिन तारीख बदलने का मैन कारण यह नहीं था। फरवरी के अंत में बजट पेश करने से सरकार को 1 अप्रैल से एक महीने की अवधि में नई नीतियों और बदलावों के लिए तैयारी करने के लिए कम समय मिलता है. इसलिए बजट पेश करने की तारीख में बदलाव कर इसे 1 फरवरी कर दिया गया.

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रेलवे बजट भी होता था पेश :

आपको बताते चलें पहले केंद्रीय बजट और रेलवे बजट दोनों को पेश किया जाता था लेकिन अब रेलवे बजट को बंद कर दिया गया है। 'वित्त मंत्री अरुण जेटली'(Finance Minister Arun Jaitley) ने रेलवे के लिए अलग बजट पेश करने की प्रथा को भी खत्म कर दिया. उस समय अरूण जेटली ने ऐलान किया था कि रेलवे बजट को भी अंतरिम बजट में ही मिला दिया जाएगा। पहले के समय में शाम को  पांच बजे बजट को पेश किया जाता था।

1999 में तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी(Atal Bihari Vajpayee) की एनडीए सरकार(NDA government) के दौरान वित्त मंत्री यशवंत सिंह ने प्रस्ताव दिया कि केंद्रीय बजट शाम की बजाय सुबह 11 बजे पेश किया जाना चाहिए।  इस बार वित्त मंत्री पहले ही बता चुके हैं कि बजट में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं किया जाएगा।