Tunnel Workers Akhilesh Singh: भगवान और विज्ञान दोनों की जीत हुई और 17 दिन से अंदर फंसे 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाल लिया गया सभी मजदूरों अपने परिवार के पास लौट गए । समय जरूर लगा, लेकिन अंत में जीत हमारी हुई। सभी मजदूर सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए। आइए जानते हैं कैसे बिताए मजदूरों ने 17 दिन बिना सूर्य की रोशनी के(First 18 Hours in Tunnel)।
Dainik Haryana News: Akhilesh Singh(नई दिल्ली): सुरंख में फंसे अखिलेश सिंह ने बताया की जब वो काम खत्म करके बाहर आ रहे थे तो अचानक से उनके सामने 300 से 400 मीटर आगे एक जोरदार आवाज आइ एक धमाका हुआ जिससे उसके कान तक सुनन हो गए थे। सुरंग में मलबा गिर चुका था। बाहर जाने का रास्त बंद हो चुका था।
पहले 18 घंटे तक नहीं हुआ था संपर्क
अखिलेश ने बताया की हमें सिखाया जाता है कि ऐसे किसी हादसे के बाद पाइप से बाहरी संपर्क करना होता है।
Read Also: Delhi-NCR के इन 3 शहरों से होकर गुजरेगी हाईस्पीड ट्रेन, इन जगहों पर होगा ठहराव पहले 18 घंटे तक कोई बाहरी संपर्क नहीं हुआ। इसके बाद बाहर से मलबा हटाया गया और पाइप से संपर्क के बाद आक्सीजन अंदर छोड़ा गया। उसी पाइप से चना मेवा अंदर भेजा जा रहा था।
सुरंग मौजूद थी 4 और 6 इंच की पाइप
सुरंग में 4 और 6 इंच का पाइप पहले से ही बिछाया गया था। पहले 4 इंच के पाइप को क्लियर किया गया जिसमें से खाना पिना भेजा गया, इसके बाद 6 इंच पाइप को भी क्लियर किया गया और भी चीजें अंदर भेजी जाने लगी। सुरंग में फंसे मजदूर अखिलेश सिंह ने बताया की अभी भी सुरंग के अंदर 20 से 25 दिन का खाना बचता है।
मीडिया ने की मानव श्रम की तारीफ
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