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First Budget of Independent India : जानें कैसा था आजाद भारत का पहला बजट? वित्त मंत्री ने कही थी ये बात

 
First Budget of Independent India : जानें कैसा था आजाद भारत का पहला बजट? वित्त मंत्री ने कही थी ये बात
First Budget Speech : हर साल एक फरवरी को बजट पेश किया जाता है और इस बार भी 6वीं बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक जनवरी को बजट पेश करने जा रही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजादी से पहले बजट कैसा होता था और किस तरह से पेश किया जाता था। तो चलिए आपको बताते हैं कि उस समय बजट पेश करते समय वित्त मंत्री क्या बोलते थे। जानने के लिए बने रहें हमारे साथ। Dainik Haryana News, Budget 2024(चंडीगढ़): आजादी के पहले जब बजट को पेश किया जाता था तो कुछ अलग नियम होंगे और अलग तरह से बजट को पेश किया जाता होगा। भारत को आजादी मिले 76 साल पूरे हो चुके हैं आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि भारत में जब पहला अंतरिम बजट पेश किया गया था तो वित्त मंत्री जी ने क्या कहा था। READ ALSO :Sarkari Yoajan : इस सरकारी योजना में केंद्र सरकार ने बढ़ाई ब्याज की दरें, जानें अब कितना मिलेगा ब्याज

इस दिन पहली बार पेश हुआ था बजट:

आपकी जानकारी के लिए बता दें, 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया था और समय आजाद भारत में पहली बार बजट को पेश किया गया था। आम बजट तत्कालीन वित्त मंत्री आके शणमुखम शेट्टी( Finance Minister Shanmukham Shetty) ने पेश किया था. उस समय पेश किया गया बजट मौजूदा बजट से कई मायनों में अलग था. अंगे्रजों की गुलामी से आजाद हुए भारत के लिए बजट के माध्यम से सरकार आगे बढ़ने की तैयारी कर रही थी। आजाद भारत का पहला बजट स्वतंत्रता मिलने के तीन महीने 10 दिन बाद 26 नवंबर 1947 को पेश किया गया था।

वित्त मंत्री का भाषण:

आजाद भारत का पहला बजट पेश करने वाले वित्त मंत्री शणमुख शेट्टी ने कहा था कि 'मैं आजाद भारत का पहला बजट पेश करने के लिए खड़ा हुआ हूं'। आप सब इसे एक ऐतिहासिक रूप मान सकते हैं। जब उन्होंने बजट को पेश किया था तो इसे प्रसन्ता का विषय माना था। उस समय ड्रेस की बात की जाए तो वित्त मंत्री जी ने भाषण के दौरान सफेद शर्ट और काला कोट-पेंट पहना हुआ था. उनके हाथ में एक ब्रीफकेस था. बजट का प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो( All India Radio) पर किया गया था. READ MROE :Jokes: हंसते गाते रहना चाहिए मुसकुराते रहना चाहिए

उस समय कैसी थी देश की इकोनॉमी?

उस समय की बात करें तो देश की इकॉनोमी सिर्फ 2.7 लाख करोड़ रूपये ही थी। उस समय अंग्रजों ने भारत को पूरी तरह से लूट लिया था और गरीबी अपने चरम पर थी लोग भूख से मर रहे थे। देश की इकोनॉमी दुनिया की जीडीपी के 3 प्रतिशत से भी कम थी. आजादी के बाद भारत की जीडीपी(GDP) बढ़कर 3.65 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गई है. पहले बजट में 171.15 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान रखा गया था. फिस्कल डेफिसिट का अनुमान 26.24 करोड़ रूपये था।