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Haryana : हरियाणा का जिला क्यों है सबसे पिछड़ा हुआ?

 
Haryana : हरियाणा का जिला क्यों है सबसे पिछड़ा हुआ?
Nuh, Mevat News: दोस्तों हरियाणा लगातार शिक्षा और विकास की तरफ बढ़ रहा है। इसके बावजूद भी एक जिला ऐसा है जो सबसे पिछड़ा हुआ है। जी हां, आज हम आपको हरियाणा के ऐसे जिले के बारे में बताने जा रहे हैं जो सबसे पिछड़ा हुआ है। बने रहें हमारे साथ। Dainik Haryana News, Nuh Live News(नई दिल्ली): हरियाणा के नूंह में सोमवार को हुई हिंसा में 4 लोगों को की मौत हो चुकी है। अरावली की पहाडियों में बसा ये शहर हर समय अपराध के घेरे में रहता है। हरियाणा का सबसे पिछड़ा हुआ जिले इसे घोषित किया जा चुका है। यहां पर 80 प्रतिशत मुसलमान र हते हैं। सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद शहर एक बार फिर से खबरों में आ गया है। सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर धारा 144 का ऐलान कर दिया गया है। यहां पर मुस्लिम आबादी ज्यादा है। साल 2018 में इस बात का खुलासा हुआ के नूंह जिला प्रदेश के सबसे ज्यादा पिछड़े जिलों में से एक है। मेवात नाम मुस्लमानों की मेओल जाति से लिया गया था। READ ALSO :Haryana Weather : इन दो जिलों को छोड़कर पूरे हरियाणा में बारिश का येलो अलर्ट जारी, जोरदार होगी बारिश भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2005 में इसे गुरूग्राम और फरीदाबाद से अलग कर दिया था। 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसान मेवात में कुल जनसंख्या 11 लाख थी जिसमें से 79.4 प्रतिशत मुस्लिम थे और 20.4 प्रतिशत हिंदू थे। गुरूग्राम में बनने वाले आईटी हब से सीमा लगने के बाद भी नूंह सबसे पिछड़ा हुआ है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2016 में इसका नाम बदलकर मेवात से नूंह रख दिया था। READ MORE :Seema Haider Job Offer: सीमा हैदर और सचिन को मिला अच्छी नौकरी का आफर नूंह को साइबर क्राइम का अड्डा कहा जाता है। पुलिस की जांच के बाद यहां पर 320 जगहों पर छापा मारा और वहां से 126 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें 166 फर्जी आधार कार्ड मिले, 128 एटीएम कार्ड, 99 सिम कार्ड,66 मोबाइल फोन और 6 पीओएस मशीन बरामद की थी। मेवात हरियाणा, राजस्थान और यूपी में फैला हुआ है। तीनों राज्यों के साथ लिंक होने के कारण यहां पर क्राइम ज्यादा होता है।