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Kisan News : किसानों ने MSP के लिए उठाई आवाज तो पुलिस ने बरसाई लाठियां

 
Kisan News : किसानों ने MSP के लिए उठाई आवाज तो पुलिस ने बरसाई लाठियां
Kisan News : जैसा की आप जानते हैं किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और रोड पर जाम लगा दिया है। लेकिन प्रोटेस्ट कर रहे किसानों पर सरकार ने लाठियां चलाने का आदेश दिया और काफी किसानों को चौट आई है। इन सबके चलते किसानों में रोष है और वो सड़कों से उठने का नाम नहीं ले रहे हैं।
Dainik Haryana News :#Haryana Kisan News (ब्यूरो) : प्रदेश में सूरजमुखी की फसल की पैदावार करने वाले किसान सरकार से फसल की एमएसपी पर खरीद करने की मांग कर रहे हैं। 6 जून 2023 को किसानों ने सूरजमुखी की फसल को एमएसपी(MSP) पर लेने के लिए प्रदर्शन किया था लेकिन पुलिस ने बल का प्रयोग करके उनको वहां से लाठियां मार उठाया और कुछ किसानों को गिरफ्तार भी कर लिया था।
 पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर किसानों में काफी रोष है। सरकार के रवैए के खिलाफ कुरुक्षेत्र की पिपली अनाज मंडी में सोमवार को किसानों ने एक बड़ी रैली करते हुए नेशनल हाईवे जाम करने का बड़ा फैसला लिया था, इसके बाद किसानों ने जम्मू-दिल्ली नेशनल हाईवे-44( Jammu-Delhi National Highway-44) जाम जाम कर दिया था। किसान नेताओं का कहना है कि बार बार प्रशासन से बातचीत हुई है। उन्होंने CM से करनाल में बात करने का भरोसा भी दिया था, लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री बिना मुलाकात किए चले गए। इससे साफ है कि सरकार पूरे मामले को लेकर गंभीर नहीं है।
धरने में हरियाणा के अलावा राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और यूपी से हजारों की संख्या में किसान मौके पर मौजूद है। किसान सूरजमुखी पर MSP और किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी व दूसरे नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे हैं। सोमवार को धरने के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा था कि सब लोग हाईवे जाम की बात करते हैं किसान की बात कोई नहीं करता किसानों पर लाठी चलाई जा रही है। फसल आधे रेट पर बिक रही है इस पर बात कोई नहीं करता। किसान तो अपने लिए संघर्ष कर रहा है यह कब तक चलेगा और इसका रिजल्ट क्या होगा यह तो सब किसान मिलकर तय करंगे। एमएसपी(MSP) का सवाल एक बहुत बड़ा सवाल है यह एक एमएसपी(MSP) का आंदोलन है। सरकार ने 15 जून तक का टाइम दिया है अगर समाधान नहीं निकला तो इसके बाद आंदोलन की आगामी रूपरेखा बनाई जाएगी। यदि आंदोलन चला तो आंदोलन लंबा चलेगा। सरकार हठधर्मिता उतरी हुई है।
पिपली में हुए किसानों के धरने को ध्यान में रखकर कहा है कि वाहनों को आराम से जाने दिया जाए और कानून व्यवस्था को बनाया जाए। , पिपली चौक व अनाज मंडी पिपली के दो किलोमीटर की परिधि में 12 जून से स्थिति सामान्य होने तक दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं। इन आदेशों अंतर्गत ट्रैक्टर ट्राली-वाहन, लाठी-डंडे तलवार गंडासी आदि किसी भी तरह के घातक हथियार लेकर चलने, खुले पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर भी प्रतिबंध रहेगा। फिलहाल सरकार और किसानों के बीच कोई फैसला नहीं हो पाया।
किसानों का दिया अल्टीमेटम खत्म हो चुका है। अभी किसान हाईवे पर ही डटे हुए है। किसानों ने सड़क पर ही बिस्तरा लगा लिया है। किसानों ने गुरनाम सिंह चढूनी व दूसरे किसानों को रिहा करने के लिए प्रशासन को रात 10:00 बजे तक का समय दिया था, लेकिन किसानों द्वारा दिए गए समय के बावजूद प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है तो यह आंदोलन,केवल सूरजमुखी की एमएसपी (MSP)के लिये नही बल्कि पूरे देश में सभी फसलों की एमएसपी को लेकर शुरू किया जाएगा। फिलहाल पिपली नेशनल हाईवे पर किसानों का धरना मंगलवार सुबह खबर लिखे जाने तक जारी है तथा किसानों ने नेशनल हाईवे पिपली चौक( National Highway Pipli Chowk) पर पूरी तरह जाम लगाया हुआ है।