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Old Pension : पुरानी पेंशन को लेकर RBI ने दिया बड़ा अपडेट, जानें ले आप

 
Old Pension : पुरानी पेंशन को लेकर RBI ने दिया बड़ा अपडेट, जानें ले आप
Old Pension Update : पूरे देश में काफी समय से कर्मचारी पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। इसी के बीच आरबीआई ने बड़ी जानकारी दी है। तो चलिए खबर में जानते हैं क्या कहां बैंक ने। Dainik Haryana News,RBI Update On OPS (New Delhi) : देश के पांच राज्य ऐसे हैं जो पुरानी पेंशन को बहाल कर चुके हैं। सभी राज्यों के कर्मचारी अभी इसे लागू करने की मांग कर रहे हैं। आरबीआई ने हाल ही में एक जानकारी दी है जिसे हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं। बैंक का कहना है कि पुरानी पेंशन को बहाल करना देश को पीछे की और ले जाना है। राज्यों की वित्तीय स्थिति अस्थिर हो सकती है और राजस्व गड़बड़ा सकता है। READ ALSO :Never Rains In This Village : इस गांव में कभी नहीं होती बारिश, कारण जान होश खो बैठेंगे आप आर के सिन्हा, एस आर बेहरा, सोमनाथ शर्मा और रचित सोलंकी के पत्र में कहा गया है कि पुरानी पेंशन को लागू करना नई पेंशन के बोझ का 4.5 गुना हो सकता है। नई पेंशन योजना को एक दशक से भी पहले पेंशन सुधारों के हिस्से के रूप में लागू किया गया था। शोध पत्र में व्यक्त विचार आरबीआई के नहीं हैं। देश के 5 राज्य जिन्होंने पुरानी पेंशन को लागू किया है उसमें, छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान, हिमाचल और झारखंड की सरकारें शामिल हैं। पुरानी पेंशन को परिभाषित करें तो लाभ डीबी है जबकि एनपीएस डीसी है। बैंक और लेख दोनों का कहना है कि अगर हम पुरानी पेंशन को बहाल करते हैं तो राज्यों में वित्तीय स्थिति बिगड़ सकती है। वहीं, अगर ओपीएस लाया जाता है तो राज्यों के लिए एक लाभ का अवसर ये होगा, हाल ही में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एनपीएस योगदान पर खर्च नहीं करना पड़ेगा। READ MORE :Jawan Box office Collection Day 12: जवान ने 12 वें दिन फिर तोड़ा कमाई का रिकार्ड, 12 दिन में 1000 पार भविष्य में गैर वित्तपोषित ओपीएस(OPS) के उनके वित्त पर भारी दबाव पड़ सकता है। अगर सरकार पुरानी पेंशन को बहाल कर देती है तो वो पेंशन के व्यय में साल 2040 तक सकल घरेलू उत्पाद का सालाना 0.1 ही बचा पांएगे, लेकिन खर्च 0.5 प्रतिशत कर देंगे। पहले डीबी योजनाओं वाली कई विकसित अर्थव्यवस्थाओं को अपने नागरिकों की बढ़ती जीवन की परेशानियों के कारण सार्वजनिक व्यय का सामना करना पड़ा है।