Indian Railway : भारतीय रेलवे पूरे देश में अपनी सुविधाओं के लिए जानी जाती है। इंडियन रेलवे(
Indian Railway) लगातार अपनी रेल का विस्तार करने में जुटी हुई है। देश में पहले ही मेरठ में रैपिड रेल चलाई जा चुकी है और अब एक शहर में और रैपिड रेल को चलाने का प्लान बनाया जा रहा है। आइए खबर में जानते हैं किस शहर में चलाई जा रही है रैपिड रेल।
Dainik Haryana News,RRTS Rapid Rail Corridors(चंडीगढ़): भारतीय रेलवे दुनिया में चौथे नंबर का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, और एशिया की बात करें तो दूसरे नंबर का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। पहले ही सरकार दो रूटों पर रैपिड रेल चला चुकी है अब सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली में भी रैपिड रेल को चलाया जाएगा। दिल्ली से राजस्थान के अलवर और दिल्ली से हरियाणा के पानीपत की दूरी मिनटों में पूरा होने का दावा किया जा रहा है. इससे काफी पहले दिल्ली से मेरठ की दूरी पलक झपकते पूरी हो जाया करेगी. इसके बाद दिल्ली मेरठ कॉरिडोर रैपिड रेल की दूरी 80 किलोमीटर की दूरी 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी। ऐसे में दिल्ली से अलवर तक रैपिड रेल और दिल्ली से पानीपत तक रैपिड रेल का रूट 103 किलोमीटर और हाल्ट जानने के लिए लोगों की उत्सुकता बढ़ गई है.
READ ALSO :Rohit Sharma Captain in IPL 2024: रोहित शर्मा के चाहने वालों के लिए खुशी की खबर, MI की कप्तानी छोड़ रोहित को मिला बड़ा काम इस दिन तक साइन हो सकता है MOU:
दिल्ली सरकार दिल्ली अलवर और दिल्ली पानीपत रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम गलियारों के निर्माण के लिए एनसीआरटीसी के साथ एमओयू पर साइन करने के लिए कैबिनेट के साथ सहमति बनाई जा सकती है जिसका काम जल्द से जल्द कर दिया जाएगा।
इतनी आएगी लागत :
इस कॉरिडोर के लिए लागत की बात की जाए तो वह 91 करोड़ रूपये तक का अनुमान लगाया गया है जिसके बाद केंद्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में भी इस प्रोजेक्ट से लाभ होगा। जानकारी दी गई है कि दिल्ली शाहजहांपुर नीमराना बहरोड कॉरिडोर में संशोधन के लिए कैबिनेट को नोट जारी कर दिया गया है, जिसमें योजना विभाग, फाइनेंस डिपार्टमेंट, कानून विभाग आदि की प्रतिक्रिया मांगी गई है। परियोजनाओं को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद दोनों गलियारों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट की जानकारी में सौंपे गए भुगतान कार्यक्रम के अनुसार, दिल्ली सरकार को 6 साल की अवधि में दोनों गलियारों के लिए योगदान के रूप में 6199 करोड़ रूपये का भुगतान करना होगा। इसने दिल्ली-मेरठ लाइन के लिए अपने हिस्से के रूप में 1180 करोड़ रुपये (और GST के अतिरिक्त 80 करोड़ रुपये) का भुगतान पहले ही कर दिया है.
जानें दिल्ली से अलवर तक के रूट?
READ MORE :Bank Fraud : बैंक से हो सकता है पूरा पैसा गायब, ना करें इस मैसेज पर क्लिक सराय काले खां से आईएनए (U
nder Ground), मुनिरका (U
nder Ground), एयरोसिटी (U
nder Ground), उद्धोग विहार, सेक्टर-7, राजीव चौक (गुड़गांव वाला) खेड़की दौला (U
nder Ground), मानेसर, पंचनगांव, बिलासपुर चौक, धारूहेड़ा डिपो,
MBIR, रेवाड़ी, बावल से एसएनबी यानी अलवर के पास तक पहुंचेगी.
ये रहे दिल्ली से पानीपत के रूट :
दिल्ली से पानीपत रूट के बात करें तो 103 किलोमीटर की दूरी है. दिल्ली के सराय काले खां से लेकर पानीपत नॉर्थ तक कुल 16 स्टेशन होंगे. जिनमें 2 अंडर ग्राउंड और बाकी एलिवेटेड होंगे. सराय काले खां, इंद्रप्रस्थ, कश्मीरी गेट (U
nder Ground) , बुराड़ी क्रासिंग, मुकरबा चौक, अलीपुर, कुंडली, केएमपी इंटरचेंज, आरजीईसी, मुरथल, बरही, गनगौर, समालखां, पानीपत साउथ, पानीपत नॉर्थ (U
nder Ground) और डिपो स्टेशन पर स्टापेज होगा.