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Ten Earthquakes : जानिए अब तक के 10 भयंकर भुकंप, जिन्हें देख कांपी लोगों की रूह

 
Ten Earthquakes : जानिए अब तक के 10 भयंकर भुकंप, जिन्हें देख कांपी लोगों की रूह
Dainik Haryana News : Ten Earthquakes In The World :  दोस्तों जैसा की आप जानते हैं अकेले तुर्किये में 2500 से ज्यादा लोगों की मौज हो चुकी है और लोगों को अपनी जान की पड़ी हुई है वहां हर एक मिनट में लाश मिल रही हैं और लोग मलबे के नीचे दबे मिल रहे हैं।       बताया जा रहा है कि 7.8 तीव्रता की गती से भुकंप आया है और इमारत की इमारत ढह गई हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि दुनिया में इससे पहले भी 10 ऐसे भुकंप आ चुके हैं जिसमें लोगों की मौत हुई और आज भी उनको याद कर लोगों को डर लगने लगता है। आइए जानते हैं दुनिया के 10 खतरनाम भुकंप।   22 मई 1960 वाल्डिविया चीली में खौफनांक प्रकृति का तांडव : साल 1965 को चीली में 9.5 की तीव्रता से आए भुकंप में 1655 लोगों की मौत और 3 हजार लोग घायल हुए थे। बता दें, इस भुकंप की वजह से वहां पर 550 डॉलर का नुकसान हुआ और वहां आई सुनामी ने जापान और न्यजीलैंड तक में तबाही चमा दी थी। बताया जा रहा है कि वहां से 20 लाख लोग बेघर हो गए थे। Read Also: Cricket Live News: जडेजा हिरो आस्ट्रेलिया जीरो 28 मार्च 1964, प्रिंस विलियम साउंड अलास्का : 28 मार्च 1964 को अलास्का में आए 9.5 की तीव्रता से भुकंप ने लोगो को झकझोर का रख दिया था। वहां के आए भुकंप के झटके कनाडा तक भी पहुंचे थे। वहां के भुकंप के कारण 3 मिनट तक धरती हिलती रही थी। और काफी मात्रा में नुकसान भी हआ था।     26 दिसंबर 2004, सुमात्रा इंडोनेशिया : साल 2004 की बात की जाए तो इंडोनेशिया में 9.1 की तीव्रता से आए भुकंप ने सभी ने हिला कर रख दिया था। वहां पर भुकंप का कारण 8.9 की तीव्रता के कारण समुद्र में सुनामी उठी और लोगों को तबाह कर दिया। इसका असर दक्षिण और पूर्वी एशिया के 14 देशों को हुआ और काफी नुकसान का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि वहां पर 2,27,900 लोगों की मौत हो गई थी। 1.7 मिलियन लोग घरों से बेघर हो गए थे।     11 मार्च 2011, सेंदाई जापान: जापान में 9 की तीव्रता से आए भुकंप और समुद्र में हुई हरकत की बजह से दोनों भुकंप और सेनामी ने मिलकर भयंकर तबाही मचाई और काफी सारा नुकसान हुआ। उस समय 19 हजार लोगों की मौत हुई और काफी सारे लोग बेघर भी हुए।     26 जनवरी 2001, गुजरात : गुजरात की बात की जाए तो साल 2001 में आए 7.7 की तीव्रता से भुकंप ने लोगों में काफी तबाही मचाई। इसमें 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। और यह भुकंप 2 मिनट का ही था। लाखों लोग ऐसे थे जो बेघर हो गए और बहुत दिनों तक लोगों को रहने को घर नहीं मिले।   Read Also: Update : बड़ा हादसा, तेल टैंकर में सफाई के लिए उतरे 7 कर्मचारियों की मौत   13 जनवरी 2010, हैती : इस भुकंप ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई क्योंकि, इसमें मरने वालों की सख्ंया 3,16,000 थी और यह 7 की तीव्रता से आया था। वहां 80 हजार इमारतें ढह कर राख हो गई थी और लाखों लोग घरों से बेघर हो गए थे। 27 फरवरी 2010, चिली : इसकी तीव्रता 8.8 थी और इसमें यहां की 80 फीसदी आबादी तबाह हो गई थी। माना जाता है कि सिर्फ चिली ही नहीं आस पास के देशों में भी लोगों को काफी नुकसान हुआ था।       8 अक्टूबर 2005, पाकिस्तान : इस भुकंप में लगभग 73 हजार लोगों की मौत हो गई और इतना ही नहीं इसके कारण 1244 लाग जम्मू और कश्मीर में भी मारे गए। इसकी तीव्रता 7.6 थी और काफी नुकसान भी देखने को मिला था। 8. 11 अपै्रल 2012, इंडोनेशिया : इंडोनेशिया में आए 8.6 की तीव्रता से भुकंप ने इतनी तबाही नहीं की क्योंकि, सुमात्रा जमीन के नीचे बसता है इसलिए वहां के लोगों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।       10 अपै्रल 2015, नेपाल : 7.8 की तीव्रता से आए भुकंप ने लोगों को तबाह कर दिया था और वहां 9 हजार लोगों की मौत हो गई थी। वहां पर 80 लाख से ज्यादा लोगों के पास घर और खाने पीने का सामान नहीं था काफी दिनों तक उनके जीवन में उथल पुथल रही।