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Tribes that have nothing to do with society: दुनिया की 4 ऐसी जनजातियां, जिनको समाज से नहीं कोई लेना देना

 
Tribes that have nothing to do with society: दुनिया की 4 ऐसी जनजातियां, जिनको समाज से नहीं कोई लेना देना
Latest Update: दुनिया आज कहां से कहां पहुंच गई। लोगों के पास हर प्रकार की सुख सुविधा उपलब्ध है। एक से बढ़कर एक टेक्नोलाजी आ रही है। दुनिया धरती से चांद तक का सफर तैय कर गई। गांव के लोग भी शहरों की तरह ही रहने लगे हैं।   Dainik Haryana News:There are tribes that are completely isolated: लेकिन आज भी दुनिया में कुछ ऐसी जनजातियां हैं जो बिलकुल ही अलग थलग हैं। इनको शहर समाज से कोई लेना देना नहीं है। और ये अकेले ही रहना पसंद करती हैं। उनके रिति रिवाज सब अलग है।   इन जनजातियों को पता ही नही की आधुनिक युग में इंसान किन सुख सुविधाओं का लाभ उठा रहा है। ये लोग बस अपनी जनजाति तक ही सीमित हैं। बाहरी दुनिया से इनका कोई कनेक्शन नहीं है। कौनसी हैं वो जनजातियां जो देश दुनिया से हैं अलग,पुरी जानकारी के लिए बनें रहे हमारी खबर के अंत तक। Read Also: Jio Cinema: 73 फीसदी दर्शक जियो-सिनेमा पर देख रहे हैं IPL – स्कोर रिपोर्ट 1. मॉक्सीहैटेटेमा जनजाति ब्राजील और वेनेजुएला के बीच मे एक बड़े रिजर्व में रहती है। कई साल पहले साल 2016 में एरियल फोटोज के दौरान इनका पता चला था। इस जनजाति में 100 से ज्यादा लोग रहते हैं। ये लोग बाहरी दुनिया से बिलकुल ही कटे हुए हैं। 2. माशको पीरू ये जनजाति पेरू में अमेजन के जंगलों में रहती है। पहले ये लोग पुरी तरह समाज से कटे हुए थे। लेकिन अब इस जनजाति के लोग बाहरी लोगों से मिलने जुलने लगे हैं। इस जनजाति में 500 से 800 लोग रहते हैं। Read Also: Cyber Crime: साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए, हरियाणा सरकार ने उठाया बड़ा कदम 3. अयोरियो जनजाति इस जनजाति को साल 2004 में खोजा गया था जब पेड़ो को काटकर इनके घरों पर बुलडोजर चलाया गया और ये अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। 4. याइफो ट्राइब जनजाति इस जनजाति के बारे में तब पता चला जब एक खोजी रास्ता भटक कर इनके इलाके में जा पहुंचा। 5. सेंटिनलीज जनजाति(Sentinelese Tribe)अंडमान निकोबार द्वीप समूह में रहने वाली इस जनजाति को सबसे अलग व समाज से दुर रहने वाली जनजाति माना जाता है। आम नागरिकों को इनके इलाके में जाने से मना किया गया है। इस जनजाति में 200 वयक्ति तक रहते हैं। इस जनजाति के लोग शिकारी होते हैं, ये लोग देखते ही हमला कर देते हैं। ऐसा ही मामला साल 2018 में सामने आया था, इस जनजाति के लोगों ने एक विदेशी की हत्या कर दी थी।