Dainik Haryana News

Do Not Pay Any Tax : इन देशों के लोग आज भी सरकार को नहीं देते कोई टैक्स, जान लें वजह?

 
Do Not Pay Any Tax : इन देशों के लोग आज भी सरकार को नहीं देते कोई टैक्स, जान लें वजह?
Income Tax : जैसा की आप जानते हैं बहुत से देशों में सालाना इनकम पर सरकार टैक्स लेती है। अगर नहीं दिया जाता तो उन्हें जुर्माना देना होता है। लेकिन आज भी कुछ देशों की सरकार ऐसी है जो अपनी आमजनता से टैक्स नहीं लेती है। आइए खबर में जानते हैं कौन से हैं वो देश। Dainik Haryana News,Income Tax Update(नई दिल्ली): हर देश में टैक्स लेने के लिए अलग टैक्स रेट होती है और अलग से टैक्स स्लैब होती है। उसका प्रतिशत सभी को जमा करना होता है। लेकिन बहुत से ऐसे देश भी हैं जो पूरी तरह से विकसित हैैं और वो अपने देश के लोगों को परेशान नहीं करते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि कौन से देशों में टैक्स नहीं लिया जाता है। टैक्स सरकार के राजस्व को बढ़ाने में मदद करता है। READ ALSO :Jokes: सुबह -सुबह फनी जोक्स का मजा लिजिए सऊदी अरब और कुवैत : इस देश को दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश माना जाता है। यहां पर कोई व्यक्तिगत कर तो नहीं लगता है, लेकिन सभी को अपनी सामाजिक सुरक्षा के लिए कर देना होता है। कुवैत भी दुनिया का 6 प्रतिशत तेल भंड़ार में हिस्सा रखता है जहां पर भी किसी तरह का कोई टैक्स नहीं लिया जाता है। संयुक्त अरब अमीरात : यहां के लोगों की प्रति व्यक्ति आय दुनिया में सबसे ज्यादा है और खास बात है कि इस देश के लोगों को अपनी इनकम पर कोई टैक्स नहीं देना होता है। बहरीन : बहरीन एक तेल समृद्ध देश है। यहां पर सरकार लोगों से अपनी सामाजिक सुरक्षा के लिए आय का 6 से 9 प्रतिशत तक भुगतान करना होता है लेकिन किसी से भी इनकम और कॉर्पोरेट टैक्स नहीं लिया जाता है। READ MORE :G-20 Sumit : बिजली उपभोक्ताओं के लिए जी20 सम्मेलन में लिया ये फैसला, आप भी जानें ब्रुनेई : ब्रुनेई में किसी से भी कोई टैक्स नहीं लिया जाता है। इस देश में लोग सिर्फ अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए 5 प्रतिशत भविष्य निधि के रूप में जमा करते हैं। मोनाको : मोनाको भी एक ऐसा देश है जहां की जनता को किसी तरह का कोई टैक्स नहीं देना होता है। ये देश अपने व्यावसायिक और व्यक्तिगत कानूनों के लिए जाना जाता है। ओमान और कतर : ओमान में निवासी और गैर निवासी किसी पर भी सरकार टैक्स नहीं लेती है। वहीं, कतर की बात की जाए तो यहां पर संबंधित सरकारों के टैक्स कानूनों के आधार पर ही टैक्स लगाया जाता है।