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G-20 Summit 2023: भारत में होने वाले जी 20 समिट पर कितना रहा खर्च, विपक्ष ने लगाया बजट से ज्यादा खर्च का आरोप

 
G-20 Summit 2023: भारत में होने वाले जी 20 समिट पर कितना रहा खर्च, विपक्ष ने लगाया बजट से ज्यादा खर्च का आरोप
G-20 Summit Cost: भारत में 9 सितंबर से लेकर 3 दिन चले जी 20 समिट के चर्चे पुरी दुनिया में चर्चा है। इस बार क समिट आज तक का सबसे सफल समिट रहा है। लेकिन इस बार का समिट काफी चर्चा में है। पहले विपक्ष ने सोने चांदी के बर्तनों में खाना परोसने पर सवाल उठाया था, तो अब एक और सवाल विपक्ष ने किया है। विपक्ष का कहना है कि भारत में हुए जी 20 समिट पर बजट से 300 फिसदी ज्यादा का खर्च किया गया है। केंद्र सरकार ने इन आरोपों का किस प्रकार से दिया जवाब्, जानने के लिए बनें रहें हमारे साथ। विपक्ष के इस दावे में कितनी है सच्चाई। Dainik Haryana News:G-20 Summit In India(चंडीगढ़):  इस बार के G-20, 2023 की मेजबानी भारत कर रहा था। भारत के नई दिल्ली में इस बार का G-20 समिट किया गया। दिल्ली में 3 दिनों तक परींदें तक को पर मारने की भी इजाजत नहीं थी। कई देशों के मुखिया भारत के मेहमान बने और देशा की मेहमान नवाजी का आनंद उठाया। पुरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। सबसे सफल समिट जहां पहले दिन ही 73 मुद्दों पर सहमति बनी। पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण से शुरूआत हुआ जी 20। भारत का नाम ऐसे गुंज रहा है तो विपक्ष भी पिछे नहीं रह रहा। Read Also: मात्र 100 रूपये के निवेश में ये Mutual Fund बना रहा करोड़पति, आप भी लगाएं पैसा विपक्ष के आरोप प्रत्यारोप जारी है। विपक्ष का कहना है कि इस बार भारत में होने वाले G-20 समिट पर बजट से 300 फिसदी ज्यादा का खर्च किसा गया है।

किसने क्या लगाया आरोप

G-20 समिट पर हुए खर्च को लेकर G-20 नेता साकेत गोखले ने टविट कर कहा कि मोदी सरकार ने G-20 समिट पर 300 फिसदी अधिक खर्च किया है। इसके लिए बजट 900 करोड़ का था, जबकि इसके लिए मोदी सरकार ने 4100 करोड़ खर्च, यह बजट से 3110 करोड़ ज्यादा है। मोदी सरकार को इसका जवाब देना चाहिए की इतना पैसा कहां गया।

कांग्रेस ने क्या कहा

कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की पीएम ने अपनी छवी चमकाने के लिए और लोकसभा चुवाव से पहले अपने पोस्टर लगवाने के लिए ज्यादा खर्च किया है। कांग्रेस ने जी 20 समिट में आए मेहमानों के लिए सोने चांदी के बर्तनों में खाना परोसने को लेकर भी तंज कसा। Read Also: Sachin Tendulkar vs Virat Kohli: सचिन और विराट कोहली के शतकों की टक्कर, क्या तोड़ पाएंगे कोहली सचिन का रिकार्ड

केंद्र सरकार ने किस प्रकार दिया इसका जवाब

केंद्र सरकार पर लेगे इन आरोपों को फैक्ट चैकिंग टीम पीआईबी(PIB) ने चेक किया तो इन सब आरोपों को गुमराह करने वाला बताया और बेबुनयादी बताया। समिट में आया यह खर्च केवल समिट के लिए नहीं था, इसमें Long-Term Infrastructure and Assets में निवेश भी शामिल है।