Dainik Haryana News

IAS Success Story: बिना किसी कोचिंग के इंटरनेट की मदद से पास कर लिया यूपीएससी,जानें सफलता की कहानी

 
IAS Success Story: बिना किसी कोचिंग के इंटरनेट की मदद से पास कर लिया यूपीएससी,जानें सफलता की कहानी
Success Story: भारत में UPSC को देश की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। UPSC हर साल परीक्षा का आयोजन करता है। कड़ी मेहनत और दिन रात एक कर इसमें हिस्सा लेते हैं। लेकिन इसमें सफलता कुछ को ही मिल पाती है। UPSC की परीक्षा को पास करना इतना आसान काम नही है। कुछ को इसमें पहले ही प्रयास में सफलता मिल जाती है। लेकिन कुछ को इसे पास करने में कई साल लग जाते हैं। जो हार मान लेते हैं वो निराश होकर घर लौट जाते हैं, लेकिन कुछ और भी मजबूती के साथ फिर से उभर कर सामने आते हैं।   Dainik Haryana News: UPSC Success Story: आज हम आपके लिए एक ऐसे ही युवा की कहानी लेकर आए हैं। जिसने कई बार असफल होने के बाद भी हार नहीं मानी और IAS बनकर ही दम लिया। हम बात कर रहे हैं, तेलंगाना के जगत्याल के मेटपल्ली के रहने वाले अनुदीप दुरीशेट्टी (IAS Anudeep Durishetty)की।   अनुदीप ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पुरी करने के बाद गुगल जाईन कर सॉफटवेयर इंजीनियर के पद पर नौकरी करने लगे। अनुदीप के पिता भी एक कंपनी में असिस्टेंट डिविजनल इंजिनियर हैं, तथा उनकी माता हाउस वाईफ हैं। अनुदीप ने UPSC  की तैयारी करनी शुरू कर दी। Read Also: India Most Famous Brands:  भारत के वो ब्रैंड जिनका पुरी दुनिया में बजता है डंका! अनुदीप (IAS Anudeep Durishetty) अपने पहले 3 प्रयास में असफल रहें, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अंत तह साल 2017 में उनकी मेहनत रंग लाई। अनुदीप नें  UPSC  में AIR 1 हासिल किया तथा 2025 में से 1126 अंक प्राप्त कर टापर रहे।   यह अब तक के UPSC में प्राप्त किए गए सबसे ज्यादा अंक हैं। अनुदीप ने बिना किसी कोचिंग के IAS की तैयारी की अपनी पढ़ाई करने के लिए अनुदीप ने इंटरनेट की मदद ली। बिना कोचिंग केUPSC की परीक्षा में टॉप कर अनुदीप IAS अफसर बना और Read Also: IPL History: आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा प्लेयर आफ दा मैच रहे खिलाड़ी, तथा Tata IPL 2023 में सबसे ज्यादा डाट बाल फेंकने वाले गेंदबाज अपने सपने को परा किया। अनुदीप (IAS Anudeep Durishetty)ने साबित कर दिखाया की हिम्मत ना हारने वालों की कभी हार नहीं होती। अनुदीप UPSC  की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए उदहारण बन गए।