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UPSC Success Story : गरीब डॉक्टर के बेटों ने कर दिया कमाल, दो बने डॉक्टर, दो बने आईएएस-आईपीएस : गरीब डॉक्टर के बेटों ने कर दिया कमाल, दो बने डॉक्टर, दो बने आईएएस-आईपीएस

 
UPSC Success Story : गरीब डॉक्टर के बेटों ने कर दिया कमाल, दो बने डॉक्टर, दो बने आईएएस-आईपीएस : गरीब डॉक्टर के बेटों ने कर दिया कमाल, दो बने डॉक्टर, दो बने आईएएस-आईपीएस
IPS Success Story :  यूपीएससी को देश की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए युवा दिन-रात एक कर देते है लेकिन कुछ ही युवा इस परीक्षा को पास कर पाते है। आज हम आपको एक किसान के बेटों की कहानी सुनाने जा रहे है जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा को पास करके अपने पिता का नाम रोशन किया है। आइए जानते है उनका सफलता की कहानी Dainik Haryana News,IAS Success Story( New Delhi ) : सच्ची मेहनत और लगन से कुछ भी प्राप्त किया जा सकता है। ऐसी एक कहानी है एक किसान के बेटों की। जिन्होंनें यूपीएससी जो भारत की कठिन परीक्षा के रूप में जानी जाती है को पास करके अपने पिता का नाम रोशन किया है। किसान के दो बेटों ने इस परीक्षा को पास किया। एक बेटा आईएएस बना तो दूसरा आईपीएस। हरिकिशोर ने इस परीक्षा को पास कर आईपीएस का पद प्राप्त किया Read Also : Rachna Tiwari Viral Dance : रचना तिवारी के ठुमके देख लोग हुए पानी- पानी इंजीनियर हरिकिशोर राय मूल रूप से सीवान जिला के तितरा गांव के रहने वाले उमेश कुमार राय उर्फ ललितेश्वर कुमार अकेला के तृतीय पुत्र हैं. ये एसएसपी बनने से पूर्व बिहार होमगार्ड के समादेष्टा के पद पर कार्यरत थे. इसी दौरान उन्हें एसएसपी बनाया गया है. जिससे जिलेवासियों में काफी खुशी है। 2010 में इंजीनियर हरि किशोर राय ने यूपीएससी की परीक्षा क्रैक कर आईपीएस अधिकारी बन गए. सीतामढ़ी, आरा और छपरा के पुलिस कप्तान थे. बीएमपी-16 के समादेष्टा के साथ होमगार्ड के भी समादेष्टा रह चुके हैं. अब एसएसपी बने हैं, लेकिन जिला का आवंटन नहीं हुआ है. इनकी भी प्रारम्भिक शिक्षा बनारस के निजी स्कूलों से हुई है. वहीं आईआईटी कानपुर से बीटेक किया है. ये चार भाई हैं। Read More : Shikhar Dhawan: बेटे के जन्मदिन पर शिखर धवन ने लिखा कुछ ऐसा जिसे देख आप भी भावूक हो उठेंगे आईपीएस हरि किशोर राय अपने परिवार के इकलौते अधिकारी नहीं है बल्कि उनके बड़े भाई डॉ. कौशल राय भी आईएएस अधिकारी है। ये डीएम रहने के बाद स्वास्थ्य विभाग के सयुंक्त सचिव रहे। इसके बाद अब वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के निर्देशक है।