Dainik Haryana News

Haryana News : विदेशी कंपनी के साथ समझौता, हरियाणा के इन युवाओं को अब विदेश में मिलेगी नौकरी

 
Haryana News : विदेशी कंपनी के साथ समझौता, हरियाणा के इन युवाओं को अब विदेश में मिलेगी नौकरी
Haryana News In Hindi: जैसा की आप जानते हैं हरियाणा की बेराजगारी को कम करने के लिए हरियाणा सरकार लगातार प्रयास कर रही है। ऐसा लगता है उनके प्रयास सफल भी हो रहे हैं। सरकार ने विदेश की कंपनी के साथ एक समझौता किया है जिसके बाद अब हरियाणा के युवाओं को विदेशों में भी नौकरी मिलेगी। आइए खबर में जानते हैं। Dainik Haryana News,MOU Sign With Oyo(नई दिल्ली): आज संत कबीर कुटीर पर अग्रणी वैश्विक आतिथ्य कंपनी ओयो ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय, हरियाणा कौशल रोजगार निगम( Haryana Skill Employment Corporation) साथ एक एमओयू पर साइन किया है। इसके बाद डेनमार्क जैसे देशों में जो युवा नौकरी की तलाश कर रहे हैं उनको रोजगार देना है। इस समझौते के अनुसान जिन भी युवाओं का चयन हरियाणा कौशल रोजगार निगम में हुआ है उनमें से ही ये कंपनी छंटनी करेगी। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद युवाओं को विदेश भेजनी की पूरी जिम्मेदारी ओयो कंपनी की होगी। READ ALSO :Haryana Govt. : हरियाणा सरकार ने महिलाओं को दी बड़ी सौगात मनोहर लाल सरकार की और से विदेशों में रोजगार के अवसर पेदा करने के लिए एक और ओवरसीज प्लेसमेंट सेल को भी बनाया है। ओयो कंपनी के साथ सोझेदारी हमारे विश्वद्यिालय को एक नई दिशा की और मोड़ने का काम करेगी। विदेशों में पढ़ने के बाद हरियाणा के युवाओं को विशेषज्ञों से सिखने का मौका मिलेगा। वो वैश्विक आतिथ्य परिद्श्य में अपना योगदान देंगे। ओयो और विश्वकर्मा स्किल्स यूनिवर्सिटी( Oyo and Vishwakarma Skills University) डेनमार्क जैसे देशों में ओयो के वेकेशन होम बिजनेस में जॉब देगी। जिससे युवाओं को बिजनेस के बारे में अच्चे से पता चल सके। कार्यक्रम की अवधि के लिए कंपनी भत्ता देगी। READ MORE :Nuclear Attack: परमाणु हमले को भी सहन कर जाते हैं ये जानवर, पाई जाती है ये खासियत सीएम जी का कहना है कि ओयो जैसी कंपनियों के साथ समझौता करने से राज्य में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और कौशन को बढ़ाने के लिए सही तरीके से काम करेगी। ऐसा करने से राज्य का आर्थिक विकास होगा बल्कि विदेशों में भी हमारे प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसमें मोदी जी द्वारा जारी किए गए कौशन भारत और विश्वकर्मा जैसी योजनाओं को भी इसमें शामिल किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के कौशन, ज्ञान और अनुभव को बढ़ाना है। आयो के फाउंडर और सीईओ रितेश अग्रवाल( Ritesh Agarwal, Founder and CEO of Ayo) का कहना है कि इस समझौते को करने के साथ मनोहर लाल जी ने कौशल विकास को बढ़ाने में मदद की है। उनका कहना है हमारा मकसद होम बिजनेस के क्षेत्र को बढ़ावा देना है।