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Brain Tumor: इन मोबाइल फोन से बढ़ रही ब्रेन ट्यूमर की बीमारी! जानें क्या हैं लक्ष्ण

 
Brain Tumor: इन मोबाइल फोन से बढ़ रही ब्रेन ट्यूमर की बीमारी! जानें क्या हैं लक्ष्ण
Health Tips : फोन का इस्तेमाल तो आज के समय में सभी करते हैं। मोबाइल फोन के बिना हम एक मिनट भी अब रह नहीं सकते हैं। वैसे तो इसके फायदे भी बहुत हैं लेकिन इसके नुकसान भी इतने हो रहे हैं। आंकड़े सामने आए हैं कि मोबाइल फोन से बे्रन ट्यूमर की बीमारी बढ़ रही है। आइए खबर में जानते हैं इसके बारे में। Dainik Haryana News,Brain Tumor(ब्यूरो): ब्रेन यानी दिमाग हमारे शरीर का एक अहम अंग माना जाता है। इसके बिना ना ही तो हम में कुछ सोचने की शक्ति रहती है और शायद हम जी भी कम पाते हैं। मस्तिष्क के बिना हमें कोई भूख, प्यास, नींद के बारे में कुछ भी नहीं पता होता है इसलिए बोला जाता है कि दिमाग के बिना हमारा जीवन ही क्या है। लेकिन जैसे जैसे तकनीक आती जा रही है वैसे वैसे हम अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल रहे हैं। जी हां, सबसे पहले हम बात कर रहे हैं मोबाइल फोन की जिसने हमारी सारी आदतें बिगाड़कर रख दी हैं। डॉक्टरों के आंकड़े सामने आ रहे हैं और बताया जा रहा है दिमाग की जो बीमारी सबसे ज्यादा सामने आ रही है वो ब्रेन ट्यूमर है। लोगों का कहना है कि ये बीमारी फोन को देखने से हो रही है। आइए आज हम आपके इस बात के बारे में बताने जा रहे हैं कि ये बीमारी मोबाइल फोन से होती है या फिर किसी और चीज से। जानने के लिए बने रहें हमारे साथ अंत तक। READ ALSO :ग्रेजुएशन पास युवाओं के लिए SSC ने इन पदों पर निकाली भर्ती

मोबाइल फोन से हो रहा ब्रेन ट्यूमर का खतरा :

माना जाता है कि अगर हम ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं तो हमें कई प्रकार की बीमारी हो सकती हैं। अक्सर लोग तर्क देते हैं कि मोबाइल फोन से ब्रेन ट्यूमर की आशंका भी बढ़ जाती है, लेकिन नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट( National Cancer Institute) ने ये बात साफ कर दी है कि फोन के इस्तेमाल से ऐसी कोई बीमारी नहीं होती है। ज्यादा समय तक रेडिएशन में रहने से हमारी सेहत पर प्रभाव पड़ सकता है लेकिन इससे दिमाग की कोई बीमारी नहीं होती है।

माता पिता की बीमारी से बच्चों को हो सकता है खतरा:

डॉक्टरों को मानना है कि अगर किसी भी माता पिता को दिमाग या फिर ब्रेन ट्यूमर की बीमारी है तो उसका खतरा बच्चों को भी हो सकता है। लेकिन इसका भी वैज्ञानिकों ने सही तरीके से प्रमाण नहीं दिया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कई प्रकार के पर्यावरणीय या जीवनशैली के कारक ब्रेन ट्यूमर के मुख्य कारण हैं। माता पिता से बच्चों को ऐसा कोई खतरा नहीं होता है अगर होता भी है तो वो ना के बराबर होता है। READ MORE : Jawahar Navodaya Vidyalaya Karira : जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में आयोजित दो दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं का हुआ समापन

60 की उम्र के बाद ही क्यों होता है ब्रेन ट्यूमर?

आपने देखा होगा के 60 साल के बाद ही ब्रेन ट्यूमर की बीमारी देखी जाती है। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं है कि सिर्फ 60 साल के लोगों को ही ये बीमारी होती है। दरअसल, ये एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी आयु में किसी को भी हो सकती है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि ब्रेन ट्यूमर, कैंसरकारक होते हैं, पर यह पूरा सच नहीं है। ब्रेन ट्यूमर कैंसरयुक्त और गैर-कैंसरयुक्त दोनों प्रकार के हो सकते हैं। केवल एक तिहाई ब्रेन ट्यूमर ही कैंसर का रूप होता है अगर समय पर इसका इलाज हो जाता है तो आप ठीक भी हो सकते हैं। लक्ष्ण दिखते ही तुरंत आपको डॉक्टर से मिल लेना चाहिए।