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Health News : नींद की कमी से महिलाओं को हो रही ये बीमारी!

 
Health News : नींद की कमी से महिलाओं को हो रही ये बीमारी!
Health Tips : नींद हमारे स्वास्थ्य के बहुत जरूरी है अगर हम पूरी नींद नहीं ले पाते है तो इसका हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है नींद पूरी न होने पर कहीं तरह की बीमारियां हो सकती है। Dainik Haryana News,Health Advice(नई दिल्ली): कोलंबिया यूनिवर्सिटी(C olumbia University) के शोधकार्ताओं ने पता लगाया है नींद की वजह से महिलाओं में कई सारी बीमारियां हो रही हैं जिससे सेहत की परेशानी हो रही है। कि छह सप्ताह तक 90 मिनट की नींद की कमी से फास्टिंग इंसुलिन का स्तर कुल मिलाकर 12 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया। मनेपॉज के बाद महिलाओं में इस प्रभाव में और भी वृद्धि, जो प्रतिशत से अधिक थी। महिलाओं में खासकर मेनोपॉज के बाद पर्याप्त नींद नहीं लेने से मधुमेह का खतरा हो सकता है। READ ALSO :Sapna Chaudhary Dance : सपना चौधरी ने लगाए ऐसे डुमके, देखने वालों के उडे होश

इतने घंटे की नींद लेनी होती है जरूरी :

डॉक्टरों का कहना है कि स्वास्थ्य के लिए 7 से 9 घंटे की नींद लेनी जरूरी है। डायबिटीज केयर जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ कि छह सप्ताह तक बनी रहने वाली हल्की नींद की कमी, शरीर में बदलाव के कारण बनती है, जिससे महिलाओं में मधुमेह होने का खतरा बन जाता है। इस शोध में यह भी सामने आया कि महिलाओं में खराब नींद का प्रभाव पुरुषों की तुलना में अधिक होता है, खासकर कार्डियोमेटाबोलिक स्वास्थ्य पर।

शोध का विमोचन :

यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ फिजिशियन एंड सर्जन्स( University College of Physicians and Surgeons) की पोषण चिकित्सा की एसोसिएट प्रोफेसर मैरी-पियरे सेंट-ओंज का कहना है कि महिलाएं अपने बच्चे के जीवनकाल में बच्चे पैदा करने, पोषण और मेनोपॉज के के कारण अपनी नींद की आदतों में बदलाव कर लेती हैं। इस अध्ययन के लिए 38 स्वस्थ मलिाओं को लिया गया, जिनमें 11 पोस्ट मेनोपॉजल महिलाएं थी, जो नियमित रूप से हर रोत कम से कम 7 घंटे की नींद लेती थी।प्रतिभागियों को दो अलग चरणों में बांटा गया है, पहले चरण में उन्हें अपनी पर्याप्त नींद बनाए रखने के लिए कहा गया है और दूसरे में उन्हें अपने सोने के लिए कहा गया । READ MORE :Haryana News : अब हरियाणा सरकार इतनी आय वाले परिवारों को भी देगी फ्री घर, चेक करें अपना नाम

टाइप 2 मधुमेह का खतरा :

बहुत से लोगों को टाइप 2 का खतरा हो जाता है। इंसुलिन प्रतिरोध में 15 प्रतिशत और मेनोपॉज महिलाओं में 20 प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी हुई है। लंबे समय तक हल्की नींद की कमी से इंसुलिन उत्पादक कोशिकाओं पर चल रहे तनाव के कारण इंसुलिन प्रतिरोध में वृद्धि हो सकती है जिससे टाइप 2 मधुमेह हो सकता है।