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IAS Success Story: कहानी एक ऐसे IAS अफसर की जिसके रैंक पर परिवार वालों को भी नहीं हुआ था विश्वास

 
IAS Success Story: कहानी एक ऐसे IAS अफसर की जिसके रैंक पर परिवार वालों को भी नहीं हुआ था विश्वास
Success Story: कहते हैं कोई भी मां के पेट से ही IAS बनकर नहीं निकलता। इस सफलता को पाने के लिए जीवन में त्याग कड़ी लगन मेहनत की जरूरत होती है। अगर इंसान चाहे तो क्या कुछ नहीं कर सकता। Dainik Haryana News: UPSC Success Story: भारत में हर साल UPSCकी परीक्षा में लाखों युवा IAS बनने के लिए हिस्सा लेते हैं।UPSC भारत की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है। इसे पास करने के लिए युवा बहुत मेहनत करते हैं। लेकिन इसमें सफलता किसी किसी को मिल पाती है। आज हम आपको ऐसे IAS अफसर के बारे में बतानें जा रहे हैं।   जिसके AIR में रैंक आने पर उनके परिवार वालों तक विश्वास नहीं हुआ था। हम बात कर रहे हैं, चार बार UPSC में अपनी किस्मत आजमाने वाले, साल 1991 में हरियाणा के सोनीपत जिले के गनौर में जन्मे प्रदीप सिंह (IAS Pardeep Singh) की। प्रदीप नें शुरूआती पढ़ाई शंभू दयाल मॉडल स्कूल से की तथा इसके बाद कंप्यूटर साइंस से गे्रजुएशन किया।   Read Also: Weather Update : दो दिन बाद फिर इन राज्यों में होेने जा रही भारी बारिश!   इसके बाद प्रदीप IAS की तैयारी करने लगे, अपने पहले 2 प्रयास में वह सफल हो सके। लेकिन हार नं मानने की उनकी जिद और उनके पिता के स्पोर्ट नें उनके होंसले को टुटने नहीं दिया। और साल 2018 में प्रदीप नेंAIR 260 हासिल किया। इसके बाद प्रदीप नें एक्साइड एंड नारकोटिक्स ( Exide And Narcotics) ,नेशनल एकेडमी आफ कस्टम्स फरीदाबाद में कार्यरत रहे।   इसके बाद उन्होंने साल 2019 में एक बार फिर से परीक्षा में भाग लिया। और इस बार उनका रिजल्ट उनके एक दोस्त नें बताया। जिसके बाद उनको खुद भी विश्वास नहीं हुआ। इस बार प्रदीप नें UPSC टॉप किया था। प्रदीप नें AIR 1 हासिल किया था। ये खबर पिता को बतानें पर उके पिता को भी विश्वास नहीं हुआ।   Read Also: Gautam Buddha:गौतम बुद्ध के सत्य वचन   प्रदीप(IAS Pardeep Singh) का कहना है कि किसी भी काम को करने के लिए मेहनत और लगन की जरूरत होती है। हार मान लेना ही कोई विकल्प नहीं होता। उनका कहना है की जो भी युवा IAS की तैयारी कर रहे हैं उन्हें अपनी राइंटिंग स्किल पर भी ध्यान देना चाहिए।   IAS प्रदीप सिंह नें एक इंटरव्यू के दोरान कहा था कि वह भी कई बारUPSC परीक्षा की तैयारी छोड़ना चाहते थे। लेकिन उनके पिता नें ऐसा नहीं करने दिया और उनको इसके लिए प्रेरित करते रहे।   इसी कारण आज वो इस पद पर हैं। कहते हैं प्रयास करने वालों की कभी हार नहीं होती। उनकी मेहनत का फल कभी न कभी जरूर मिलता है। हरियाणा के प्रदीप सिंह IAS की तैयारी करनें वाले युवाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।