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IAS Success Story: जिंदगी की जंग हार चली थी जीवन खोने, लेकिन आगे चलकर बनी आईएएस अफसर

 
IAS Success Story: जिंदगी की जंग हार चली थी जीवन खोने, लेकिन आगे चलकर बनी आईएएस अफसर
Success Story: हर साल बहुत से युवा दिन रात मेहनत करके UPSC का हिस्सा रहते हैं। लेकिन इन लाखों युवाओं में से सफलता हर किसी को नहीं मिली पाती। बहुत से IAS, IPS अफसरों की कहानी मोटीवेशन से भरी होती है। एक IAS बनने तक का सफर इतना आसान नहीं होता। Dainik Haryana News: #UPSC Success Story(ब्यूरो): बहुत से IAS, IPS अफसरों को इस पद तक जाने के लिए जीवन में बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इनही में से एक अफसर है, सविता प्रधान(IAS Savita Pradhan), इनका जन्म मध्यप्रदेश के मंडी गांव में आदिवासी परिवार में हुआ। सविता ने 10 वीं तक की पढ़ाई अपने गांव से ही पुरी की। इसके बाद आगे पढ़ने के लिए गांव में स्कूल नहीं था। सविता को इसके लिए गांव से 7 KM दूर दुसरे गांव पढ़ने के लिए जाना पड़ता था। अच्छे घर से रिश्ता आने के बाद सविता के पिता ने छोटी उम्र में ही उसकी शादी कर दी। उस समय सविता नाबालिग थी। Read Also: Success Story: नक्सली नहीं यूपीएससी को चुना इस युवा ने शादी के बाद ससुराल में सविता के साथ अत्याचारों की सारी हदें पार कर दी। मार पिट ना खाना देना। ससुराल में सविता का बुरी तरह से शोषण किया गया। उनके जीवन में बहुत से उतार चढ़ाव आए। इन मुश्किलों के बीच सविता ने 2 लड़को को जन्म दिया। लेकिन इतने सालों बाद भी ससुराल में उनके साथ जुल्म होना कम नहीं हुआ। अब सविता बुरी तरह से टूट चुकी थी। अब वो ये अत्याचार और नहीं सहन कर सकती थी। जिसके चलते उसने एक बड़ा फैसला लिया और वो अपनी जान देने के लिए मजबूर हो गई। सविता ने खुद को ससुराल के अत्याचारों से मुक्ति पाने के लिए फांसी लगाने लगी, लेकिन गलती से खिड़की खुली रह गई। Read Also: Jio True 5G Service : चारधाम मंदिर परिसरों में जियो की ट्रू 5जी सर्विस लॉन्च सविता को खिड़की से सामने से उसकी सास आती दिखाई दी। उसकी सास ने सविता को फांसी लगाता देख अनदेखा कर दिया और आगे निकल गई। तभी सविता ने सोचा की वो इन लोगों के लिए अपनी जान क्यों दे। लेकिन अब उसने अपने बच्चों समेत इस नर्क को छोड़ने का फैसला लिया। सविता ससुराल छोड़ अपने बच्चों समेत कहीं और रहने लगी। अपनी जीविका चलाने के लिए सविता ने एक ब्यूटी पार्लर में नौकरी करनी शुरू कर दी और साथ में अपनी पढ़ाई भी जारी कर दी। अपनी मेहनत और लगन से सविता ने पहले ही प्रयास में UPSC को पास कर लिया। UPSC पास करने के बाद वो IAS के पद के लिए चुनी गई। Read Also: Indian Railway : ट्रेन यात्रियों को रेलवे ने दे पहली बार ये खास सुविधा, आप भी जानें उनकी सफलता को देख पति ने सविता के जीवन में वापसी की लेकिन अब भी उसका अत्याचार कम नहीं हुआ। लेकिन एक दिन सविता ने हिम्मत कर उसे अच्छा सबक सिखाया। सविता ने हर्ष राय गौड़ से दुसरी शादी कर ली। अब वो ग्वालियर संभाग की ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर हैं और अपना जीवन खुशी से व्यतीत कर रही हैं।