India 5 Popular people:अंग्रेजों की मार सहने के बाद देश आजाद हुआ। आजदी के बाद बंटवारे की मार देश पर पड़ गई। देश पहले ही पिछड़ा था कुछ और मुश्किल आन पड़ी। 1947 के बाद देश को अपने पैरों पर खड़ा होना था। जिसको खड़ा होने करने में कई वयक्तियों का अहम योगदान रहा।
Dainik Haryana News: Latest News: आज हम आपको उनही महान वयक्ति से अवगत कराने जा रहे हैं। पुरी जानकारी के हमारी खबर को अंत तक पढ़े।
1. भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम साराभाई(
Dr. Vikram Sarabhai the father of the Indian space program)। इनका जन्म 12 अगस्त 1919 को हुआ था। इसरो की स्थापना में साराभाई की अहम भूमिका रही थी। इन्होंने अहमदाबाद में भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना भी की। इन्हे भारत के महान वैज्ञानिकों में गिना जाता है। पहले भारतीय उपग्रह आर्यभट्ट के प्रक्षेपण में भी इनका अहम योगदान रहा है, जोकि 1975 में किया गया था।
2. हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन(Father of Green Revolution Dr. MS Swaminathan)
Read Also: Gold Rate Today : अब महिलाएं घर में रख सकेंगी सिर्फ इतने सोने के गहने, सरकार का बड़ा ऐलान! स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रांति का जनक माना जाता है।इनका जन्म 7 अगस्त 1925 को कुंभकोणम में हुआ। इन्होंने एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन के संस्थापक भी हैं।
3. परमाणु प्रतिषठान के जनक डॉ.होमी जे. भाभा(Father of Nuclear Establishment Dr. Homi J. Bhabha)
होमी भाभा का परमाणु भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनहोंने भारत के परमाणु हथियार कार्यक्रम की नींव भी रखी। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी नें भारत के परमाणु ऊर्जा आयोग AEC की स्थापना की। भाभा जी उसके अध्यक्ष थे।
Read Also: Health Tips : अनार के छिलके आपकी सेहत को बना देते हैं चकाचक 4. भारतीय IT उद्योग के जनक,फकीर चन्द कोहली( Father of Indian IT Industry Fakir Chand Kohli)
इनका जन्म 28 फरवरी 1948 को पेशाशर में हुआ। कोहली जी का 1968में भारत की पहली कंप्यूटर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारत में साफ्टवेयर उद्योग को बढ़ावा देने में कोहली का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
5. दुग्ध क्रांती के जनक डॉ.वर्गीज कुरियन(Father of milk revolution Dr. Verghese Kurien)
Read Also: Karnal News : कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट स्टूडेंट्स ने काली पट्टी बांधकर किया रोष को जाहिर इन जन्म 26 नवंबर 1921 को कोझिकोड में हुआ। वह राष्ट्रीय डायरी विकाश बोर्ड, गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ के संस्थापक भी हैं। डायरी फार्म को बढ़ावा देने में डॉ. कुरियन का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ये था कुछ महान वयक्तियों का परिचय जिनका देश