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India News : भारत विभाजन का दौर देश और देश के लोगों के लिए सबसे कष्ट वाला दौर......

 
India News : भारत विभाजन का दौर देश और देश के लोगों के लिए सबसे कष्ट वाला दौर......
Partition of India: इंद्री रोड स्थित ग्रीन लैंड पब्लिक स्कूल में बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ तथा शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के संयुक्त तत्वाधान से विभाजन की विभीषिका पर विस्तार व्याख्यान एवं गोष्ठी का सुंदर आयोजन किया गया। जिसमें पूरे स्कूल स्टाफ एवं लगभग 400 विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
Dainik Haryana News,Partition of India(ब्यूरो): कार्यक्रम में ब्रिगेडियर एन.के. भंडारी मुख्य रूप से पहुंचे। उनका स्वागत चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के पूर्व कुलपति एवं कमेटी के सदस्य डॉ राधे श्याम शर्मा, प्रवीण डाबरा, ऋषि राज लांबा व स्कूल की प्रधानाचार्य गुरविंदर चावला द्वारा किया गया। ब्रिगेडियर एन.के. भंडारी ने कहा कि भारत विभाजन का दौर देश और देश के लोगों के लिए सबसे कष्ट वाला दौर था। अनगिनत लोगों को अपना घर, जमीन सब कुछ छोड़ना पड़ा और अपने ही देश में शरणार्थी बन कर रहना पड़ा।
लूटपाट और कत्लेआम की भयानक स्थिति ने देश को घेर लिया था। कुछ सत्ता के भूखे लोगों के चलते देश की आजादी के लिए बलिदान हुए शहीदों का सपना अधुरा रह गया। इतने सालों के बाद भी विभाजन में अपने लोगों को खोने वालों का दर्द के किस्से सुनाई दे जाते हैं। बता दें कि ब्रिगेडियर एन के भंडारी को डिफेंस और रक्षा स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन में जून 1963 में सिख रेजीमेंट में नियुक्त किया गया था उन्होंने 1965 के युद्ध में भाग लिया। उन्होंने कई कम्युनिस्ट और ऑपरेशनल स्टाफ नियुक्तियों का उत्कृष्ट के साथ संभाला है।
ब्रिगेडियर एनके भंडारी ने अपने व्यक्तित्व में भारत पाकिस्तान के बंटवारे को लेकर विचार साझा किए कि किस तरह राजनीतिक लोगों ने बटवारा करवाया जहां उस समय प्यार की अमृत धारा बहती थी वहां हमेशा के लिए नफरत के बीज बो दिए। लोगों को अपने आप को बचाना कठिन हो गया। विस्तार से सुनने के बाद रोंगटे खड़े हो गए बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए उनके प्रश्नों के जवाब भी दिए गए।
जिससे उन्हें बड़ी संतुष्टि हुई। अंत में डा. राधेश्याम शर्मा ने उनका धन्यवाद करते हुए अपने विचार साlझा किए बच्चों का ज्ञानवर्धन किया। बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के संयोजक डा. राधेश्याम शर्मा व सह संयोजक डा.बीर सिंह ने भी अपने विचार रखे। जय हिंद के नारे लगाते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।