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India's Most Expensive School : भारत का सबसे महंगा स्कूल; जिसकी फीस 12 लाख रुपए, जानिए इसकी खासियत

 
India's Most Expensive School : भारत का सबसे महंगा स्कूल; जिसकी फीस 12 लाख रुपए, जानिए इसकी खासियत
India's Most Expensive School:  दोस्तों अपने स्कूल तो बहुत देखे होंगे पर ऐसे स्कूल भी देखे होंगे जिनकी फीस बहुत ज्यादा है लेकिन आपने इतना महंगा स्कूल कहीं नहीं देखा होगा इसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं स्कूल की फीस 12 लाख रुपए महीना है। Dainik Haryana News,India's Most Expensive School(चंडीगढ):यह दून स्कूल देहरादून उत्तराखंड और कोलकाता में बॉयज, 'Girl's boarding private school' है। जिसे 1935 में स्थापित किया गया था।यह कोलकाता की एक वकील सतीश रंजन दास द्वारा स्थापित किया गया है। उनकी इच्छाओं को मध्य नजर रखते हुए ब्रिटिश पब्लिक स्कूल की तर्ज पर यह स्कूल बनाया गया है। READ ALSO :World’s Most Expensive Alcohol : ये है दुनिया की सबसे महंगी शराब की बोतल, कीमत इतनी लेने से पहले सोच में पड़ जाते हैं ये अरबपति 10 सितंबर 1935 को पहली बार स्कूल में बच्चों का एडमिशन किया गया था। 27 अक्टूबर 1935 को लॉर्ड वेलिंगटन ने स्कूल की स्थापना की थी।स्कूल के पहले प्रिंसिपल orther E.Foot थे। यह इंग्लिश अध्यापक थे। जिन्होंने 9 साल तक इंग्लैंड की इटन कॉलेज में अध्यापक के रूप में कार्य किया। स्कूल में 9 से 12 साल तक के बच्चों का एडमिशन किया जाता है। admission इंटरव्यू और एंट्रेंस के बेस पर होता है। हर साल लड़कों को केवल 2 साल के ग्रुप में एडमिशन दिया जाता है। जनवरी में आठवीं कक्षा और अप्रैल में पांचवी कक्षा में बच्चों का एडमिशन किया जाता है। स्कूल में केवल 500 बच्चे पढ़ते हैं। READ MORE :Science Facts: जंगल में मिला अलग ही प्रजाति का जानवर, जिसे देख वैज्ञानिक भी हैरान 2019 में 26 देश के विद्यार्थी स्कूल में पढ़ रहे हैं।स्कूल बुरी तरह आवश्यक है जहां छात्रों के साथ-साथ टीचर भी वहां रहते हैं।बहुत से राजनेता, डिप्लोमिस्ट, वैज्ञानिक, रिपोर्टर आदि कई लोग स्कूल से पढ़कर गए हैं।भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी उनके बेटे राहुल गांधी और डिजाइनर अरुण तहिलियानी, रामचंद्र गुहा आदि इसी स्कूल से ही पढे हैं। पर्वतारोही नंदू जयाल ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने भी स्कूल से पढ़ाई की है।स्कूल में सुविधाओं को मध्य नजर रखते हुए इतनी फीस ली जा रही है क्योंकि इसमें सुविधा भी बहुत मिल रही है जो भी बच्चा स्कूल में पढ़ रहे हैं जो कुछ ना कुछ बन के ही निकलते है। उन्हें कामयाबी जरूर मिलती है।