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Jamshedji Tata Success Story: बचपन में हुए बेघर, आगे चलकर बने सबसे बड़े दानवीर, खुब कमाए पैसे

 
Jamshedji Tata Success Story: बचपन में हुए बेघर, आगे चलकर बने सबसे बड़े दानवीर, खुब कमाए पैसे
Jamshedji Tata Life Story: बहुत से लोग दुनिया में ऐसे हुए हैं जिसने बचपन में गरीब की मार सही। लेकिन आगे चलकर इतिहास लिख दिया। आज हम आपको एक ऐसे ही सख्श के सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं। जिसने कर्ज उतारने के लिए अपना घर तक बेच दिया था।   Dainik Haryana News: Jamshedji Tata  Biography: लेकिन आगे चलकर दुनिया के अमीरों की लिस्ट में शामिल हुए। इतना ही नहीं सबसे बड़े दानवीर भी कहलाए। विदेशों तक में अपना नाम कमाया। अपनी आधे से ज्यादा संपति को दान कर भारत का ही नहीं दुनिया का भी बड़ा दानवीर कहलाया।   ऐसा सख्श और कोई नहीं भारत के ही जमशेदजी टाटा (Jamshedji Tata )हैं। जिसने दान कर अपना नाम कमाया।जमशेदजी टाटा को बचपन में गरीब की मार को झेलना पड़ा था। जब वो मात्र 14 साल के थे तो अपने पिता के साथ काम में जुट गए थे। Read Also:  Alcohol : शराब की नई निति लागू, सभी शराब की दुकानें हुई बंद कर्ज इतना था कि जिसे उतारने के लिए उनका घर तक बिक गया था। लेकिन कहते हैं प्रयास करने वालों की कभी हार नहीं होती। जमशेदजी टाटा नें आगे चलकर एल्फिंस्टन कॉलेज से ग्रेजुएशन की। इस बीच उनकी शादी हीरा बाई डाबू से हो गई।  

कैसे शुरू हुई सफलता की कहानी

  घर बिकने के बाद भी जमशेदजी टाटा (Jamshedji Tata ) नें हार नहीं मानी उनकी मेहनत लगातार जारी रही। और 1868 में टाटा नें 21 हजार रूपये में अपना खुद का बिजनेस शुरू कर दिवालिया तेल कारखाना खरीद, उसे रूई के कारखाने में बदल दिया। साल 1874 में इसे बेच दिया तथा नागपुर में इंमस्ट इंम्प्रेस्स मिल के नाम से रूई कारखाना खोला। Read Also: Kisan News : पोपुलर की खेती कर रहे किसानों की हुई चांदी, कीमतों में हुई इतनी बढोंतरी इसके बाद जमशेदजी टाटा (Jamshedji Tata )नें मुडकर नहीं देखा और टाटा कंपनी को खड़ा कर दिया। जैसे ही जमशेदजी टाटा का काम जोर पकड़ा वैसे ही वो दान करते चले गए। दुनिया के सबसे अमीरों की लिस्ट ( list of world's richest)में तो शामिल हुए ही। लेकिन दान करने में जमशेदजी टाटा सबसे आगे निकल गए।   साल 2021 में जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक जमशेदजी टाटा (Jamshedji Tata )नें 100 साल में 7.55 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा का दान किया। जमशेदजी टाटा नें भारत में ही नही पुरी दुनिया में दानवीर बन अपना नाम कमाया। और दान करने के मामले में दुनिया के सबसे अमीर आदमी को भी पिछे छोड़ दिया। Read Also: IPS Success Story: लाखों की नौकरी छोड़ UPSC को चुना,जानें सफलता की कहानी जमशेदजी टाटा नें नें हर एक जरूरत मंद की सहायता की अपनी संपति का आधे से ज्यादा भाग दान कर दिया। और एक महान दानवीर कहलाए। जमशेदजी टाटा की पत्नी का नाम हीरा बाई डाबू था( Jamshedji Tata's wife's name was Hira Bai Dabu. जमशेदजी टाटा के पिता का नाम नौशेरवांजी टाटा था( Jamshedji Tata's father's name was Nausherwanji Tata. जमशेदजी टाटा की माता का नाम जीवनबाई टाटा था( Jamsetji Tata's mother's name was Jeevanbai Tata.   ऐसी थी हमारे देश के महान दानवीर जमशेदजी टाटा (Jamshedji Tata ) के दानवीर बनने की तथा सफलता पाने की कहानी। जिसने 1892 में ही दान करना शुरू किया और 100 साल बाद तक उनसे बड़ा दानवीर नहीं हुआ। देश में ही नहीं पुरी दुनिया में दानवीर बन अपना नाम कमाया।