Dainik Haryana News

Kisan Yojana : किसानों के खाते में इस दिन आ सकती है 14वीं किस्त!

 
Kisan Yojana : किसानों के खाते में इस दिन आ सकती है 14वीं किस्त!
PM Kisan Yojana : अगर आप भी किसान हैं और पीएम किसान सम्मान निधि योजना( PM Kisan Samman  Nidhi Yojana) का लाभ ले रहे हैं तो ये खबर आपके काम की हो सकती है। 14वीं किस्त से पहले किसानों को सरकार एक और तोहफा देने जा रही है जो किसानों को खुश कर सकता है। आइए खबर में जानते हैं। Dainik Haryana News :#PM Kisan Samman  Nidhi Yojana(नई दिल्ली): जैसा की आप जानते हैं सभी किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना( PM Kisan Samman  Nidhi Yojana) की 14वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद लगा रहे हैं कि इसी महीने में किसानों के खाते में सरकार 14वीं किस्त के पैसे ट्रांसफर कर सकती है। हालांकि, 13वीं किस्त को फरवरी के महीने में ही किसानों को दिया जा चुका है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना( PM Kisan Samman  Nidhi Yojana) के तहत किसानों के खाते में साल के 6 हजार रूपये दिए जाते हैं जो हर चार महीने बाद दो हजार रूपये दिए जाते हैं। इससे पहले किसानों को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने एक और ताहफा देने की बात की है। जी हां, मंत्री जी का कहना है कि कृषि वैज्ञानिकों को पशुपालन और मछली पालन के लिए भी रिसर्च करना चाहिए। READ ALSO : DSP Success Story: पापा ने कपड़े प्रेस करके बेटे को पढ़ाया मां ने दिय बहने बेटे ने अफसर बनकर चुकाया कर्ज ऐसा करने से किसानों की आय को दोगुना करने में मदद मिलेगी। कृषि मंत्री भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 95वें स्थापना दिवस के आयोजन कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिेग( video conferencing) से ही संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि बहुत सी फसल ऐसी हैं जिसमें हमारा देश पहले या दूसरे नंबर पर है। इन फसलों को पहले नंबर पर लेकर आने में देश के किसानों और वैज्ञानिकों का बड़ा योगदान है। इसलिए अब हम पशुपालन और मछली पालन पर भी रिसर्च करने के बारे में विचार कर रहे हैं।

कृषि निर्यात को किया जाएगा 50 अरब डॉलर :

READ MORE :Jyoti Maurya Case: क्या कहना है ज्योति मौर्य के गांव वालों का! मोदी सरकार(Modi Government) किसानों की आय को दोगुना करने के लिए नई नई तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। कृषि निर्यात को बढ़ाने के लिए उनका 50 अरब डॉलर का लक्ष्य है। लक्ष्य को वो आईसीएआर(ICAR) की 100वीं वर्षगांठ पर पूरा करेंगे। इस लक्ष्य को पाने के लिए वो कृषि उत्पादन में सुधार कर रहे हैं और बीज व तकनीक में भी सुधार कर रहे हैं। इसलिए ही मंत्री जी का कहना है कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमें पशुपालन और मछली पालन पर ध्यान देना चाहिए।