Dainik Haryana News

Kurukshetra University : कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी में विदेशी भाषाओं का बनने जा रहा क्षेत्रीय केंद्र, मनोहर लाल ने दिए आदेश

 
Kurukshetra University : कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी में विदेशी भाषाओं का बनने जा रहा क्षेत्रीय केंद्र, मनोहर लाल ने दिए आदेश
Haryana News : जैसा कि आप जानते हैं कुरूक्षेत्र धर्म नगरी के नाम से जिसे जाना जाता है, वहां पर इंटरनेशनल गीता महोत्सव चल रहा है जो कल यानी 24 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा। ऐसे में इस दौरान प्रदेश के सीएम मनोहर लाल जी ने ऐलान किया है कि कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी में विदेशी भाषाओं का केंद्र बनने जा रहा है। आइए खबर में जानते हैं इसके बारे में। Dainik Haryana News,Haryana Latest News(नई दिल्ली): इंटरनेशनल गीता महोत्सव के दौरान हरियाणा के सीएम मनोहर लाल जी ने ऐलान किया है कि कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी में भी अब विदेशी भाषाओं का के्रदीय क्षेत्र बनने जा रहा है। सरकार के इस ऐलान का मकसद हिंदी और इंग्लिश दोनों ही भाषाओं को बढ़ावा देना है। READ ALSO :Success Business Tips: 40 से 50 हजार लगाकर शुरू करें ये छोटा सा बिजनेस और महीने के 1 लाख तक आसानी से कमाओ

गीता का संदेश पहुंचेगा दुनिया तक :

मनोहर लाल जी का कहना है कि इसका मकसद पूरे देश में गीता का ज्ञान देना है जिसके माध्यम से हरियाणा को एक सांस्कृतिक और शिक्षात्मक मंच के रूप में विदेशों में पहचान मिलेगी। मनोहर लाल जी का कहना है कि अब कुरूक्षेत्र यूनिवर्सिटी एक अहम धारा की तरफ अपने कदम बढ़ा रही है जिसके बाद हरियाणा को विश्व में जाना जाएगा।

गीता एक सार्वभौमिक धारा:

मुख्यमंत्री ने बताया कि गीता सिर्वभौमिक और शाश्वत है, और इसका संदेश आज भी समय के साथ में अपनी महत्वपूर्णता बनाए रखा है। गीता को सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन का सार माना जाता है, और इसमें सुख और शांति की प्राप्ति के मार्ग का उपदेश है। READ MORE :Dunki Box office Collection Day 2:  डंकी का बज रहा डंका दुसरे दिन भी करी बंपर कमाई, नहीं कोई आस-पास

जानें क्या हुई आपसी बातचीत :

आपसी बातचीत के बारे में बात की जाए तो इस अद्भुत उत्सव में शामिल होने वाले सांसद सुधांशु त्रिवेदी और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के विचारों को भी साझा किया गया है।इस अद्वितीय संगठन में शामिल अतिथियों ने एक स्मारिका का विमोचन भी किया, जिसमें 448 शोध पत्र संकलित हैं, जो गीता के विभिन्न पहलुओं पर आधारित हैं।इस सभी के साथ असम के संस्कृति राज्य मंत्री बिमल बोरा, सांसद नायब सिंह सैनी, असम के सचिव पवन कुमार, राज्य मंत्री संदीप सिंह भी वहां पर मौजूद रहे थे।