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Latest News : ना नीला रंग ना गाय, फिर भी इस जानवर को क्यों कहते हैं नीलगाय

 
Latest News : ना नीला रंग ना गाय, फिर भी इस जानवर को क्यों कहते हैं नीलगाय
Viral News : एक ऐसा जानवर जो अपने विचित्र नाम से जाना जाता है। दोस्तों हम बात कर रहे हैं नीलगाय की जो भारतीय मृग है। इसे अपने नाम और रंग की वजह से जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ना तो जानवर नीला है और ना ही वह गाय है। अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर क्यों इस जानवर को नीलगाय कहा जाता है। जानने के लिए बने रहें हमारे साथ। Dainik Haryana News,Neelagaay(New Delhi): नीलगाय एक महत्वपूर्ण वन्यजीव है जो अपने रंग और नाम के लिए जाना जाता है। ये जानवर भारत का एक बेहद ही खास जानवर है। इस जानवर का रंग नीला होता है ओर इसी वजह से इसे नीलगाय कहा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ नर नीलगाय का रंग ही नीला होता है, माता नीलगाय भूरे रंग की होती हैं। नीलगाय का रंग लोहे के रंग का होता है और इसकी त्वचा मेलेनिन के कारण होता है जो एक रंगद्रव्य है जो त्वचा के बालों को रंग देता है। READ ALSO : Uttarkashi Tunnel Collapse:  अब टनल में फंसे मजदूरों से कुछ ही दूर मशीन नीलगाय आकार में काफी बड़ा मृग होता है जो लगभग 1.5 मीटर लंबा होता है और एक मीटर तक ऊंचा होता है। नीलगाय का वजन 200 किलोग्राम तक होता है और नीलगाय के आगे के पैर पिछले पैरों की तुलना में मजबूत होते हैं जो उनको ऊंची नीची जमीन पर चलने में मदद करते हैं। नीलगाय एक ऐसा जानवर है जो जो अकेला नहीं चलता है, बल्कि झुंड में एक साथ 10 से 20 जानवर एक साथ होते हैं। ये जानवर झाड़ियों के पत्ते और फल खाते हैं और बिना पानी के लंबे समय तक रहते हैं। READ MORE :UP News : 10वीं कक्षा की छात्रा ने शौचालय में बच्ची को दिया जन्म, जानें कहा का है मामला? नीलगाय भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वो घास के मैदानों में चरते हैं जहां पर उनको नए पौधे मिलते हैं वहां वो भोजन कर लेते हैं। सरकार नीलगाय के सरंक्षण के लिए बहुत से अभियान चला रही है नीलगाय को नुकसान पहुंचाना कानूनी अपराध है। आपको भी अपने आसपास होने वाले जानवरों को बचाना चाहिए।