sarpanch post : शिकायतकर्ता जयदेव ने डीसी को भेजी शिकायत में बताया है कि ग्रामीण कुलदीप ने भी सरपंच कुसुम व उम्मीदवार अंजू के शिक्षा प्रमाण पत्रों की जांच के लिए डीसी(DC) करनाल को शिकायत भेजी थी। जिसकी जांच के दौरान सरपंच कुसुम का आठवीं कक्षा का प्रमाण पत्र नई दिल्ली का दर्शाया गया है। जबकि आरटीआई के तहत प्राप्त दस्तावेजों में कुसुम रानी का सर्टिफिकेट भिवानी बोर्ड का है।
)या ने डीसी को भेजी गई जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा गांव उमरपुर से सरपंच पद का चुनाव जीतने वाली कुसुम रानी का आठवी कक्षा का प्रमाण पत्र जांच में फर्जी पाया गया है। यह खुलासा एसडीएम राजेश पुनिया ने डीसी को भेजी गई जांच रिपोर्ट में किया है। डीसी को भेजी गई रिपोर्ट में सरपंच कुसुम रानी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने की अनुशंसा भी की है। वहीं मामले में शिकायतकर्ता जयदेव ने अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर उच्च अधिकारियों को शिकायत भेजी है। शिकायतकर्ता जयदेव का कहना है कि उन्होंने सरपंच कुसुम रानी, ग्राम सचिव बलकार व एक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर डीसी करनाल को एक शिकायत भेजी थी। जिसमें एसडीएम ने सरपंच कुसुम पर लगे आरोपों को सही ठहराते हुए डीसी करनाल को कार्रवाई के लिए लिख दिया है। लेकिन अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इसलिए मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों को भेजकर जांच की मांग की गई है।
शिकायतकर्ता जयदेव के अनुसार उसने सरपंच पद का चुनाव जीत चुकी कुसुम रानी के दस्तावेज आरटीआई के तहत बीडीपीओ इंद्री से प्राप्त किए थे। आरटीआई(RTI) के तहत मिले दस्तावेजों में कुसुम रानी का आठवीं कक्षा का प्रमाण पत्र भी मौजूद था। लेकिन प्रमाण पत्र में किसी विद्यालय का जिक्र नहीं होने पर उसे प्रमाण पत्र के फर्जी होने का संदेह हुआ। इस पर उस द्वारा मामले की शिकायत डीसी करनाल को भेजकर जांच की मांग की गई थी।
शिकायतकर्ता जयदेव ने डीसी को भेजी शिकायत में बताया है कि ग्रामीण कुलदीप ने भी सरपंच कुसुम व उम्मीदवार अंजू के शिक्षा प्रमाण पत्रों की जांच के लिए डीसी(DC) करनाल को शिकायत भेजी थी। जिसकी जांच के दौरान सरपंच कुसुम का आठवीं कक्षा का प्रमाण पत्र नई दिल्ली का दर्शाया गया है। जबकि आरटीआई के तहत प्राप्त दस्तावेजों में कुसुम रानी का सर्टिफिकेट भिवानी बोर्ड का है। इससे साफ है कि बीडीपीओ(BDPO) कार्यालय के अधिकारियों ने कुसुम रानी को बचाने के लिए उसके दस्तावेज बदल दिए थे। लेकिन दस्तावेज बदलने वाले अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामले में एसडीएम राजेश पुनिया का कहना है कि सरपंच उमरपुर के खिलाफ डीसी करनाल से प्राप्त शिकायत की नियमानुसार जांच कर रिपोर्ट भेज दी गई है। मामले में तथ्यों के आधार पर जांच की गई है।