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Manipur Violence: मणिपुर हिंसा के पिछे किसका हाथ, सामने आई बड़ी सच्चाई!

 
Manipur Violence: मणिपुर हिंसा के पिछे किसका हाथ, सामने आई बड़ी सच्चाई!
Manipur Violence Latest Update: 3 महीने का समय होने को है। मणिपुर में हिंसा रूकने का नाम ही नहीं ले रही। पुरा मणिपुर जलकर राख हो गया, लाखों लोग बेघर हो गए। महिलाओं को नंगा कर सड़कों पर दौड़ाया गया। लेकिन किसी ने इसको रोकने का प्रयास नहीं किया। Dainik Haryana News: #Manipur Hinnsa(ब्यूरो): पुलिस ने एक्शन लिया तो वीडियो वायरल होने के बाद। लेकिन इतना सब कुछ हो गया लेकिन तो एक्सन लेने में इतना समय क्यों। अब तो इस बात पर भी सवाल उठने शुरू हो चुके हैं कि आखिर इतनी तेजी से ये आग कैसे भड़की, जिसमें सारा मणिपुर जलकर राख हो गया। ये आग अपने आप लगी है यां किसी ने जान बुझकर लगाई है, इसको लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। CBI जाच के लिए आगे आ चुका है। बहुत से लोगों को तो इस बात की भी जानकारी नहीं कि आखिर मणिपुर हिंसा क्यों और कैसे भड़की। Read Also: Ambala Airport : अंबाला एयरपोर्ट से इन 3 शहरों के लिए सबसे पहले उड़ान भरेंगे जहाज

मणिपुर में वर्तमान में क्या स्थिति है(Current situation in Manipur)

मणिपुर की जनसंख्या 30 से 35 लाख है, इसमें तीन समुदाय रहते हैं। नागा, मैतई और कुकी। मैतई समाज की संख्या सबसे ज्यादा है। नागा और कुकी समाज को अनुसुचित जनजाति का दर्जा मिला हुआ है। मणिपुर के 60 विधायकों में से 40 मैतई समाज से आते हैं। यहां के लोग पहाड़ी और घाटी के लोगों के बीच विवाद लंबे समय से चला आ रहा है। मैतई समाज की मांग है कि उनको अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जाए। तो वहीं नागा और कुकी इस बात का विरोध करते दिखे हैं। दरअसल मणिपुर की पुरी घटना का मुद्दा आरक्षण है। मैतई समाज आरक्षण की मांग कर रहा है तो नागा और कुकी इसका विरोध कर रहे हैं। आखिर 3 मई को हिंसा भड़क उठी। Read Also: Haryana : हरियाणा सरकार गांव के सरपंच को देने जा रही ये खास ट्रेनिंग

आखिर 3 मई को ऐसा क्या हुआ जो हिंसा भड़क उठी

3 मई को मणिपुर में चुराचांदपुर में आदिवासी एक जुटता रैली निकाली गई। इसी बीच दोनों समूहों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। इसी झड़प ने भयानक रूप ले लिया और पुरा मणिपुर जलकर राख हो गया। ऐसा भी बताया जा रहा है कि इन समुदायों के बीच झगड़ा बहुत समय पहले से ही चल रहा है।