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Milk Production : दूध के उत्पादन में अपना लें ब्राजिल की ये नई तकनीक, आय होगी दौगुनी

 
Milk Production : दूध के उत्पादन में अपना लें ब्राजिल की ये नई तकनीक, आय होगी दौगुनी
Haryana News : हमारा भारत देश कृषि प्रधान देश है। यहां की आधी से ज्यादा जनसख्ंया खेती और पशुपालन के सहारे ही अपने घर का गुजारा करते हैं। ऐसे में अगर आप अपनी आय को दौगुना करना चाहते हैं तो आज हम आपको ब्राजिल की एक ऐसी तकनीक के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बाद आप पैसे और भी ज्यादा कमा सकते हैं। आइए खबर में जानते हैं इसके बारे में। Dainik Haryana News : How To Best Milk Production (नई दिल्ली): हरियाणा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के मंत्री जेपी दलाल( Haryana Agriculture and Farmers Welfare Minister JP Dalal) ने कहा कि दुग्ध उत्पादन में बढोतरी को लेकर हरियाणा में ब्राजील तकनीक को अपनाया जाएगा ताकि यहां की पशु पालकों की आय में वृद्वि हो और गांव स्तर पर ही रोजगार उपलब्ध हो सकें।ब्राजिल की तकनीक काफी अच्छी है वहां की गाय और भैंस काफी ज्यादा मात्रा में दूध भी देती हैं। आंकड़ों की माने तो वो 60 से 70 लीटर दूध देती हैं। कृषि मंत्री( agriculture minister) वीरवार को देर सांय गांव खेडीनरू में नरेन्द्र नरवाल की डेरी का अवलोकन करने के बाद उपस्थित गांववासियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने पशुपालकों का आहवान किया कि वे दूग्ध उत्पादन के क्षेत्र में ब्राजील पद्वति( brazilian method) को अपनाए और अपनी आमदनी के साधन में वृद्वि करें। उन्होंने कहा कि आज के समय में सभी युवाओं को सरकारी नौकरी मिलना मुश्किल है ऐसे में किसानों को परम्परागत खेती को छोडकर कम लागत वाली फसलों को अपनाना होगा । इसके अलावा खेती के साथ-साथ पशु पालन को एक व्यवसाय के रूप में अपनाए। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों उन्हें अधिकारियों व किसानों की टीम के साथ ब्राजील दौरा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और ब्राजिल की तकनीक काफी अच्छी है वहां की गाय और भैंस काफी ज्यादा मात्रा में दूध भी देती हैं। आंकड़ों की माने तो वो 60 से 70 लीटर दूध देती हैं। READ ALSO : आधी कीमत में मिल रहा iphone 12 Pro! आज ही कर लें खरीदारी उन्होंने कहा कि मछली पालन भी आमदनी का एक अच्छा साधन है इसकी तरफ भी किसान भाइयों को अपने बच्चों को प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने बताया कि  भिवानी जिले के अन्दर एक हजार युवाओं को जोडऩे का काम किया है और वे अच्छी खासी आमदनी ले रहे हैं। उनका लक्ष्य 10 हजार युवाओं को मछली पालन व्यवसाय से जोडऩा है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हरियाणा सरकार द्वारा किसानों एवं पशुपालकों को तरह-तरह की सुविधाएं दी जा रही है ताकि किसान की आमदनी बढे, तरक्की करें। उन्होंने कहा कि बेमौसमी बारिस की वजह से किसानों की फसलों में जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई सरकार करेगी और एमएसपी(MSP) के आधार पर ही किसानों की फसल का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। READ ALSO : Gas Cylinder : इस दिन से 524 रूपये में मिलेगा गैस सिलेंडर! इस अवसर पर असंध के पूर्व विधायक सरदार बख्शीश सिंह विर्क, लाला लाजपत राय कृषि विश्वविद्यालय के वीसी डॉ. विनोद वर्मा( VC of Lala Lajpat Rai Agricultural University Dr. Vinod Verma), पशु विशेषज्ञ डॉ. नरेन्द्र जिन्दल, डीडीए डॉ. आदित्य प्रताप डबास, पशुपालन विभाग के एसडीओ डॉ. नरेन्द्र, गांव के सरपंच विकास, जिला परिषद के पूर्व सदस्य बलवान सिंह, सुरेन्द्र नरवाल, देवेन्द्र नरवाल सहित काफी संख्या में ग्रामीण व पशुपालक उपस्थित रहें।