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NCR के 5 हजार मकानों पर बुलडोजर चलाने का आदेश जारी, क्या आपका नाम आया लिस्ट में

 
NCR के 5 हजार मकानों पर बुलडोजर चलाने का आदेश जारी, क्या आपका नाम आया लिस्ट में
Delhi- NCR : नगर निगम की और से अवैध कॉलोनियों में रहने वालों लोगों को मकान खाली करने का नोटिस भेज दिया है। 5 हजार मकानों पर बुलडोजर चलाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। आइए जानते हैं किसका नाम आया लिस्ट में। Dainik Haryana News,Delhi-NCR News(नई दिल्ली): अगर आप भी दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं तो ये खबर आपके काम की है। नगर निगम की और से अवैध जगहों पर बने पांच हजार मकानों को तोड़ने के आदेश जारी कर दिए गए हैं जिसमें, नूर चौंक, अजय नगर, अटल चौंक, बसी बसंतपुर आदि कॉलोनियों के मकानों को नोटिस भेज दिए गए हैं। बुधवार से काम को शुरू कर दिया जाएगा। फरीदाबाद के बसंतपुर से गुजर रहे यमुना किनारे दो किलोमीटर के दायरे में नई पांच कॉलोनियों को बसा दिया गया है। READ ALSO :Success Story : MBA पास विजय श्योराण पराली से बायो-कोल बनाकर हर महीने कमा रहा लाखों रूपये, जानें कैसे पहुंचे यहां तक जलस्तर बढ़ने के बाद यहां पर एक महिला की मौत हो गई थी और हजारों परिवारों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा था। इस दौरान बहुत से लोगों ने चोरी की भी शिकायते दर्ज कराई थी। पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए सरकार ने राहत कैंप भी लगाए थे। इन कॉलोनियों में बसने से लोग पुलिस और प्रशासन पर मिली भगत होने के आरोप लगाने लगे। बाढ़ के दो महीने के बाद ही नगर निगम ने अब मकानों को खाली करने के आदेश जारी कर दिए हैं। यमुना की तलहटी में पांच हजार से भी ज्यादा मकान बने हुए हैं जो लोगों ने जमीन को खरीदकर बनाया है, लोगों का कहना है कि हमने इन मकानों को बनाने में पूरा पैसा लगाया है जिसे अब सरकार तोड़ना चाहती है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है डूब क्षेत्र में बसने के लिए लोगों ने प्रमिशन नहीं ली है। READ MORE :Habits : भूलकर भी ना बोले बच्चों के सामने यह बातें बिना अनुमति के लोगों ने वहां पर घर बनाए हैं जिन्हें अब तोड़ा जा रहा है। इसी तरह सूरजकुंड क्षेत्र में अरावली में बसे 10 हजार से भी ज्यादा मकानों को तोड़ा गया था। लोगों का कहना है कि जब जमीन को खरीदा जा रहा था तो सरकार के किसी भी अधिकारी ने रोका नहीं लेकिन अब बने-बनाए मकानों को तोड़ रहे हैं। यमुना तलहटी में बसी इन कॉलोनियों में बाहर से आए प्रदेश के लोग ही बसे हैं।