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One Nation One Election: वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी इस प्रकार करेगी काम, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया बड़ा खुलासा

 
One Nation One Election: वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी इस प्रकार करेगी काम, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया बड़ा खुलासा
Special Session of Parliament: वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर केंद्र सरकार की और से कमेटी का गठन किया जा चुका है। इस बात का विरोध भी किया जा रहा है। लेकिल 8 सदस्य की कमेटी इसके लिए तैयार की गई थी। देशस के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 2 केंद्रीय बातचीत करते हुए काम शुरू कर दिया है। किस प्रकार रहने वाला है इस कमेटी का काम। Dainik Haryana News: One Nation One Election Committee(चंडीगढ़):  भारत में एक राष्ट्र एक इलेक्शन के लिए तैयार कमेटी काम करने के लिए तैयारी में लगी है। भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गृह मंत्री अमित शाह और कानून मत्री अर्जुन राम मेघावत के साथ मुलाकात कर, इस कमेटी के काम करने के तरीको पर बातचीत करते हुए रूपरेखा तैयार की है।

वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी का क्या है मुख्य काम

देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में 2 सितंबर को एक बैठक हुई। इस बैठक में वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर चर्चा की गई। कमेटी के काम करने के पहलुओं पर विचार विमर्श किया गया। Read Also: BGAUSS ने लॉन्च की नई इलेक्ट्रिक स्कूटर, लुक देखते ही दीवाने हो जाएंगे आप इसमें कमेटी के सुचारू रूप से काम करने जरूरी सुविधाऐं उपल्बध करने पर भी विचार किया गया।देश के सभी चुनाव एक साथ कराए जाने पर विचार किया जा रहा है।

8 सदस्य कमेटी में किन नेताओं का किया गया चुवान

वन नेशन वन इलेक्शन के लिए तैयार कमेटी में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व राज्यसभा नेता गुलाम नबी आजाद, गृह मंत्री अमित शाह, लोक सभा के पूर्व महा सचिव सुभाष सी कश्यप, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एन.के.सिंह, पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कमेटी में शामिल होन से मना कर दिया है।

संसद का विशेष सत्र बुलाया गया

संसद का मानसून सत्र खत्म हुए अभी कुड ही दिन हुए थे कि एक बार फिर से संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है, जो 18 सितंबर से 22 सितंबर तक चलने वाला है। Read Also: अरे वाह! बिना कार्ड के निकाल सकते हैं ATM से कैश 5 दिन के इस सत्र में केंद्र सरकार वन नेशन वन इलेक्शन बिल ला सकती है और देश का नाम इंडिया से केवल भारत रखने वर विचार विमर्श हो सकता है।