Petrol-Diesel Price Down : बढ़ती महंगाई से आमजनता पहले ही परेशान हो चुकी है। लगातार चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। हाल ही में पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर नए अपडेट जारी हुए हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
Dainik Haryana News,Petrol-Diesel Latest Price(ब्यूरो): त्योहारी सीजन में लोग पेट्रोल डीजल की कीमतों में कमी की उम्मीद लगा रहे हैं। ऐसे में ताजा अपडेट जारी हुआ है। जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। हर रोज सुबह 6 बजे सरकारी तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें जारी करती हैं आज भी वैसा ही किया है। साल 2022 में शारदीय नवरात्रि के साथ दीपावली भी अक्टूबर के महीने में मनाई गई थी लेकिन इस बार अक्टूबर के लास्ट सप्ताह में खपत बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के तीनों ईंधन खुदरा विक्रेताओं की पेट्रोल की बिक्री में सालाना आधार पर नौ प्रतिशत की गिरावट आई. आपकी जानकारी के लिए बता दें, दो महीने में पहली बार तेल की बिक्री में इतनी कमी देखने को मिल रही है। जो कम होकर 3.2 प्रतिशत रह गई है।
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इस साल अक्टूबर के पहले 15 दिनों में पेट्रोल की बिक्री साल के आधार पर 12.9 लाख टन से कम होकर 11.7 लाख टन रह गई है। यानी महीने के आधार पर देखा जाए तो 9 प्रतिशत कम हो गई है।
इतनी रही डीजल की बिक्री?
डीजल की बिक्री की बात की जाए तो वह पिछले साल के मुकाबले कम होकर 9.6 फीसदी कम हो गई है। यानी पिछले साल अक्टूबर के पहले 15 दिनों में डीजल की बिक्री 30.9 लाख टन फीसदी थी जो इस साल कम होकर 29.9 लाख टन फीसदी रह गई है। सितंबर में यही बिक्री 27.3 लाख टन थी। आपको बताते चलें बारिश के मौसम में डीजल की मांग कम हो जाती है क्योंकि कृषि क्षेत्र में इसकी मांग कम होती है।
अप्रैल और मई में डीजल की खपत :
6.7 प्रतिशत और 9.3 प्रतिशत बढ़ी थी. इसके पीछे की वजह है कि उस समय खेती के लिए तेल की मांग बढ़ जाती है जिससे ज्यादा खपत होती है। गर्मी से बचने के लिए कारों में एसी का प्रयोग किया जाता है जिससे मांग और भी ज्यादा होती है। इसलिए जब भी जून के महीने में बारिश शुरू होती है तो मांग में कमी आने लगती है। अक्टूबर के पहले पखवाड़े में पेट्रोल की खपत कोविड महामारी से प्रभावित अवधि यानी 1-15 अक्टूबर, 2021 की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक रही है. वहीं, महामारी-पूर्व की अवधि यानी अक्टूबर, 2019 की तुलना में 21.7 फीसदी ज्यादा रही है और डीजल की अक्टूबर में खपत साल 2021 की तुलना में 23.4 फीसदी ज्यादा रही है।
READ MORE :Haryanvi Fuuny Jokes: हंसना भी बहुत जरूरी है लगातार जहाजों में लोग यात्रा कर रहे हैं जिसके बाद विमान ईंधन की मांग में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है जो साल के आधार पर 2,92,500 टन हो गई है यानी इसमें 5.7 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। साल 2021 की बात की जाए तो अक्टूबर के पहले 15 दिनों में यह 36.5 फीसदी ज्यादा रही थी। कोरोना से पहले की अवधि यानी अक्टूबर, 2019 की तुलना में यह 6.6 प्रतिशत कम रही है. एक से 15 सितंबर, 2023 की तुलना में जेट ईंधन की बिक्री में दो प्रतिशत की गिरावट आई है. उस समय यह 3,00,900 टन रही थी।
LPG की मांग में हुई 7.5 की बढ़ोतरी :
LPG की मांग में भी साल के आधार पर 1.2 प्रतिशत की बिक्री से बढ़कर 12.5 लाख टन हो गई है। साल 2021 की बात की जाए तो यह 10.6 प्रतिशत थी और कोरोना काल से पहले साल 2019 में यह 153 प्रतिशत ज्यादा थी। महीने के आधार पर बात की जाए तो एलपीजी की मांग 7.5 प्रतिशत तक बढ़ी थी। यानी यह बिक्री बढ़कर 13.6 लाख टन हो गई थी।