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PM Kisan Yojana : 15वीं किस्त को लेकर सरकार ने उठाए बड़े कदम, किसान हुए परेशान

 
PM Kisan Yojana : 15वीं किस्त को लेकर सरकार ने उठाए बड़े कदम, किसान हुए परेशान
PM Kisan Samman Nidhi Yojana: देशभर के किसान 15वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उससे पहले सरकार की और से कुछ कदम उठाए गए हैं जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। बने रहें हमारे साथ। Dainik Haryana News,Kisan Yojana Update(नई दिल्ली): पीएम किसान सम्मान निधि योजना(PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत किसानों को मोदी सरकार हर चार महीने बाद 2 हजार रूपये की सौगात देती है यानी साल के 6 हजार रूपये दिए जाते हैं। किसान 15वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं लेकिन उसे पहले बिहार से एक मामला सामने आ रहा है। बिहार में 81,595 हजार से भी ज्यादा किसान ऐसे पाए गए हैं जो अयोग्य लाभ ले रहे हैं। READ ALSO :Bollywood : भारत की सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली फिल्में सरकार ने इनको रिकवरी करने का आदेश जारी किसा है और कठोर कदम उठाने की कहा गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, शर्तों को पूरा ना करने की वजह से इन्हें आयोग्य ठहरा दिया गया है। बिहार कृषि विभाग ने इसकी जानकारी दी है। अयोग्य किसानों की पहचान में साल 2020 से 45,879 आयकरदाता शामिल हैं और 35,716 किसानों को किसी अन्य वजह से करार दिया गया है। अयोग्य किसानों से करीब 81.6 करोड़ रुपये की राशि की वसूली में तेजी लाई जा रही है।

10.3 करोड़ की रिफंड राशि :

राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में फैसला लिया गया है कि शीर्ष अधिकारियों को रिफंड कलेक्शन प्रोसेस में तेजी लाई जाए। बैकों को आदेशा जारी किए गए हैं कि रिमांइडरी को जारी किया जाए। अभी तक किसानों से 10.3 करोड़ रूपये का रिफंड इकट्ठा किया है। आयोग्य लाभार्थियों के बैंक अकाउंट को भी फ्रीज करने का आदेश दिया गया है। महाराष्ट्र में भी 14.28 लाख किसान आयोग्य मिले थे। READ MORE :India Mission Sea: आसमान के बाद अब गहराई की बारी, चंद्रयान 3, आदित्य एल 1 के बाद अब समुद्र में उतरने की तैयारी इन किसानों को पीएम किसान योजना के तहत 1754.50 करोड़ रूपये मिले थे। हालांकि, सरकार इन किसानों से सिर्फ 93.21 करोड़ रूपये की वसूल पाई थी। पिछले साल यूपी में भी 21 लाख ऐसे किसानों की पहचान की गई थी। मंत्री जी की और से जानकारी दी जा रही है कि कुछ किसान ऐसे हैं जिनके पास कोई जमीन भी नहीं है उन्हें भी योजना का लाभ मिल रहा है।