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Aditya L-1 Live: आदित्य एल-1 का सफर रहने वाला है कुछ ऐसा 10 प्वाइंट में समझें पुरी जानकारी

 
Aditya L-1 Live: आदित्य एल-1 का सफर रहने वाला है कुछ ऐसा 10 प्वाइंट में समझें पुरी जानकारी
Mission Suryaan: भारत ने आदित्य एल-1 को 2 सितंबर को श्रीहरीकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लांच किया था, इसी स्पेस सेटर से चंद्रयान 3 को लांच किया गया था। आदित्य एल-1 ने अपनी पहली सेल्फी लेकर भेजी है, जिसमें धरती और चंद्रमा दिखाई दे रहे हैं। मिशन सूर्ययान आदित्य एल-1 को किस तरह से पहुंचाया जाएगा, सूर्य तक जानने के लिए बनें रहें हमारे साथ। Dainik Haryana News: ISRO Solar Aditya L-1(चंडीगढ़): आदित्य एल-1 को धरती से 15 लाख किलोमीटर दूर तथा सूर्य से 14 करोड़ 85 लाख किलोमीटर की दूरी पर स्थित किया जाएगा। आदित्य एल-1 का ये सफर 125 दिनों का रहने वाला है।

किस प्रकार पहुंचने वाला है आदित्य एल-1 सूर्य तक

सबसे पहले आदित्य एल-1 को सतीश धवन स्पेस सेंटर से PSLV-C57 राकेट से लांच किया गया। Read Also: Unique Bird Of The World: जानें अनोखे पक्षी के बारे में इसके बाद सबसे पहले इसे धरती की निचली कक्षा में स्थापित किया गया। दूसरा काम होगा इसके मैन्यूवर के जरिए इसके आरबिट,, को बढ़ाया जाएगा। इसके बाद इसे धरती की कक्षा से बाहर निकलने और सूर्य तक पहुंचने के लिए 4 महीने का समय लगने वाला है। सूर्य और धरती के बीच एल-1 प्वाइंट है जहां ना तो धरती का गुरुत्वाकर्षण बल काम करता है और ना ही सूर्य का। इन बिंदुओं पर जो भी चीज जाती है वो वहीं अटक जाती है। इससे आगे निकलते ही सूर्य अपनी और खिंच लेगा। Read Also: Jawan Box Office Collection Day 1: आ गया जवान का पहले दिन का कनेक्शन तोड़े सारे रिकार्ड  अब तक सूर्य पर जीतने भी मिशन भेजे गए हैं उनमें से केवल 2 ही फैल हुए हैं। इसरो ने सबसे ज्यादा मिशन सूर्य पर भेजे हैं। आदित्य एल-1 को लांच के बाद से 3 से 4 बार सफलतापूर्वक कक्षा में बदलाव किया जा चुका है। भारत का मिशन सफलता से सूर्य की और बढ़ रहा है। आदित्य एल-1 सफलता से स्थापित होने के बाद सूर्य के बाहरी आवरण की जानकारी इसरो को देने वाला है।