Acharya Chanakya: आज की चकाचौंध की दुनिया में युवा बहुत जल्दी से अपना रास्ता भटक गलत रास्ते को अपना लेता है। इसका पछतावा उसे तब होता है जब बात बहुत आगे बढ़ जाती हैं। ऐसे में व्यकित के जीवन से सभी सुख और शांति चली जाती है। हर समय उसे किसी ना किसी बात का डर सताता रहता है। ऐसे में व्यकित ना तो खुश रह पाता है और ना ही विकास की और बढ़ पाता है। आचार्य चाणक्य निति कहती है कि अगर जीवन में सफलता पानी है, सुख शांति बनाए रखनी है तो इन 5 बातों का धयान रखना बहुत जरूरी है।
Dainik Haryana News:Chanakya Tips For Success Life(चंडीगढ़): आचार्य चाणक्य और उनकी नीतियां आज भी उतनी ही मान्य हैं जितनी उनके समय में हुआ करती थी। आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन पर गहन अध्ययन किया है और बहुत सी बातें ऐसी बताई हैं यदि वयक्ति जीवन में उन्हे अपनाता है तो सफलता के साथ-साथ जीवन में सुख शांति भी बनाए रख सकता है। कौनसी हैं वो बातें चलिए जानें हमारी खबर के माध्यम से।
अंहकार कभी ना करें
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी भी चीज का कभी भी वयक्ति को अंहकार नहीं करना चाहिए । अंहकार ही विनास का रास्ता होता है। रावण जैसे महा ज्ञानी को अंहकार ने खाक में मिला दिया।
Read Also: A state of India British Not Enslave: भारत का अकेला ऐसा राज्य जिसे 200 साल में अंग्रेज भी गुलाम नहीं बना सके अंहकार करने से जीवन का पतन निश्चित है। अंहकार के कारण वयक्ति खुद को ही सर्व ज्ञानी और श्रेष्ठ मानने लगता है, जिसके कारण धीरे-धीरे सब उसका साथ छोड़ने लगते हैं और अंत मे वो अकेला ही खड़ा रह जाता है।
आलसी मत बनो
चाणक्य निति कहती है कि आलसी मतो बनों। आज का काम कल पर मत छोड़ो ऐसा करने से वयक्ति से लक्ष्य दूर होता चला जाता है और वयक्ति को पता भी नहीं चलता। आलस सफलता के मार्ग में सबसे बड़ी रूकावट होता है। इसलिए आलस कभी नहीं करना चाहिए और अपने लक्ष्य की और बढ़ना चाहिए।
गुस्सा,क्रोध ना करें
आचार्य चाणक्य कहते हैं क्रोध इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। क्रोध में वयक्ति अपनी सुधबुध खो बैठता है और कुछ ऐसा कर बैठता है जिसका पछतावा उसे सारी उम्र रहता है।
Read Also: Multibagger Stock : इस मल्टीबैगर स्टॉक में करें निवेश, 100 गुना देगा रिटर्न! इसलिए अपने क्रोध पर नियंत्रण बनाए रखना चाहिए, सफलता कदम चुमती नजर आएगी।
दिखावे की दुनिया से दूर रहें
जो वयक्ति दिखावा करते हैं वो दूसरों से बहुत जल्दी प्रभावित होते हैं। जो लोग दूसरो के प्रभाव में जल्दी आते हैं वो कभी खुश और शांत नहीं रह सकते। इसलिए दिखावा नहीं करना चाहिए। दिखावे का कभी कोई अंत नहीं होता और दिखावे के चक्कर में वयक्ति अपना सब कुछ खो बैठता है।