Dainik Haryana News

Acharya Chanakya Niti : पत्नी को सतुष्ट रखने के लिए होने चाहिए कुत्ते के पांच गुण

 
Acharya Chanakya Niti : पत्नी को सतुष्ट रखने के लिए होने चाहिए कुत्ते के पांच गुण
Acharya Chanakya Niti  :यदि आप शादीशुदा हो तो अर्चाय चाणक्य कि नीति के अनुसार हम आपको अपनी पत्नी को खुश रखने के बारे में सोच रहे हो तो कुत्ते के इन पांच गुणो को अपनाए. आइए जानते हैं. कुत्ते के वो पांच गुण। Dainik Hariyan News,Acharya Chanakya Niti For Relationship(New Dehli) :  आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र को मनुष्य जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता है। इसमें आचार्य चाणक्य ने मनुष्य जीवन की कई ऐसी बातें बताइ हैं, जिन्हें समझ कर कोई भी व्यक्ति आसानी से अपने जीवन को सफल बना सकता हैं Read Also : Health Tips : इस कड़वी सब्जी के जूस से हमारे शरीर को मिलते है ये 5 फायदे

1.संतुष्ट बनाए रखना

आचार्य चाणक्य कहमे हैं कि मनुष्य को यथाशक्ति परिश्रम करना चाहिए और उसे जो फल या धन मिले, उसे ही हमेशा खुश रहना चाहिए। जिस तरह कुत्ते को जितना भोजन मिलता है, वह उतने से ही सतुष्ट हो जाता हैं उसी तरह मनुष्य को मेहनत से अर्जित इस धन से ही परिवार का पालन पोषण करना चाहिए, जिस मनुष्य में यह गुण होता है, वे सफलता प्राप्त करते हैं।

2.सतर्क रहना

आचार्य के अनुसार जिस तरह से कुत्ता गहरी नींद में हाने के बाद भी चौकना रहता हैं, वैसे ही मनुष्य को भी हमेशा अपने परिवार-स्त्री और कर्तव्यों को लेकर सतर्क होना चाहिए। परिवार व खुद की सुरक्षा के लिए शत्रुओं के सदा सावधान रहे। आप चाहे कितनी भी गहरी नींद में क्यों ना हो हल्की आहट पर ही जागने का गुण होना चाहिए। ऐसे गुण वाले पुरूष से पत्नी हमेशा खुश रहती है। Read More: Weather Update: हरियाणा मे आज शाम से बदल सकता है मौसम, इन जिलों में हो सकती है बारिश

3. वफादारी

च्चाणक्य का कहना है कि जिस तरह कोई कुत्ते की वफादारी पर शक नहीं कर सकता है, उसी तरह पुरूष को अपनी पत्तनी व कार्य के प्रति हमेशा वफादार होना चाहिए। जो पुरूष अनजान महिलाओं को देखकर भी लालायित हो जाता है, उसके घर में लडाई जगडे बने रहते है। ऐसे पुरूष से स्त्री कभी खुश नहीं होती है, क्योकि पत्नी अपने पति की वफादारी से ही आनंदित रहती है7

4. वीरता

आचार्य कहते हैं कुत्ता एक वीर प्राणी होता है, जिस तरह से यह अपने मालिक की रक्षा करता है। ठीक उसी तरह पुरूषों को भी वीर होना चाहिए, जरूरत पडने पर अपनी पत्नी और अपने परिवार के लिए जान दाव पर लगाने से पिछे नहीं हटना चीहिए।

5. संतुष्ट रखना

आर्चाय चाणक्य के अनुसार, पुरूष का पहला दायित्व है अपनी पत्नी को हर तरह से खुश रखना है जो पुरूष मानसिक और शारीरिक रूप से अपनी पत्नी को खुश रखते हैं, उनकी पत्नी हमेशा खुश रहती है। एंसा करने वाला पुरूष हमेशा अपनी पत्नी का प्रिय बना रहता हैं।