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Story of Karva Chauth : हर एक सुहागन के लिए जरूरी है प्राचीन काल से जुड़ी करवा चौथ की कहानी, जानकर हैरान रह जाएंगी आप

 
Story of Karva Chauth : हर एक सुहागन के लिए जरूरी है प्राचीन काल से जुड़ी करवा चौथ की कहानी, जानकर हैरान रह जाएंगी आप
Karva Chauth 2023 : आज करवा चौथ का व्रत है, सभी सुहागने अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत करनी हैं। कुंवारी कन्याएं भी अपने मन पसंद वर और उसकी लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस व्रत को रखने के पीछे की क्या वजह और कहानी है। इसी के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं जो सुनना जरूरी है। बने रहें हमारे साथ अंत तक। Dainik Haryana News,Karwa Chauth Katha(चंडीगढ़): प्राचीन काल में शाक प्रस्थपुर नाम के एक नगर में वेदधर्मा नाम के एक धर्म परायण ब्राह्मण रहते थे. उनके 7 बेटे थे और एक बेटी थी जिसका नाम वीरवती था। पुत्री का विवाह कर दिया गया. कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को उसने करवा चौथ का व्रत रखा. 7 भाइयों के बीच में बड़ी हुई इस लाडली बहन को चांद उगने से पहले ही भूख लगी, उसका चेहरा मुरझाने लगा और भाइयों से उसका ये हाल देखा ना गया। 7 भाइयों ने कुछ खाने के लिए अपनी बहन से कहा कि बहन चुपके से कुछ खालों किसी को पता नहीं लगेगा, लेकिन बहन ने मना कर दिया। कहा कि जब चांद निकलेंगे तभी मैं भोजन करूंगी और पानी पीउंगी। READ ALSO :Aaj Ka Rashifal : इन 3 राशि वाले जातकों को केतु कर सकता है नुकसान, जान लें अपना राशिफल

भाइयों ने किया ये काम :

भाइयों से अपनी बहन की भूख देखी नहीं गई तो उन्होंने गहरे पीपल के पेड़ में से किसी रोशनी को दिखाया और अपनी बहन से कहा कि देख बहन चांद निकल आया है अब तु भोजन कर ले। बहन ने ऐसा ही किया किंतु उसके भोजन करते ही पति की मृत्यु हो गयी. यह अनहोनी देख वह रोने चिल्लाने लगी. देवयोग से उसी समय इंद्रलोक से इन्द्राणी अपनी दासियों के साथ जा रही थी। वो 7 भाइयों की लाडली बहन रो रही थी, उसके रोने की आवाज सुनकर वहां पहुंची और पूछा आप क्यों रो रही हैं। ब्राह्मण कन्या ने सब हाल कह सुनाया तो इन्द्राणी बोलीं, आपने चांद निकलने से पहले ही भोजन कर लिया है, जिसकी वजह से तुम्हारे पति की मौत हो गई है। अगर दोबार इसे जीवित देखना चाहती हो तो इसके शरीर की सेवा करें और बारह महीने तक कृष्ण पक्ष की हर एक चौथ का व्रत तुम्हें रखना होगा। विधिवत मां गौरी, शिव, गणेश, कार्तिकेय सहित चन्द्रमा का पूजन करो तथा चन्द्रोदय के बाद अर्घ्य देखकर ही भोजना करना और पानी पीना है, तुम्हारे पति जरूर जीवित हो जाएंगे। READ MORE :Jio World Plaza : जियो वर्ल्ड प्लाजा खुला मुंबई में, टॉप ब्रांड्स और एटरटेनमेंट एक्सपीरियंस के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन

कन्या ने किए व्रत :

जैसा की उस कन्या को बताया गया था उसने ऐसा ही किया और 1 साल तक व्रत रखे। व्रत के प्रभाव से 12 वें माह में कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्थी के दिन पूजा करने के बाद जैसे ही चांद निकला तो उसका पति जीवित हो गया। इसलिए आपको किसी भी तरह की व्रत के दौरान कोई भी गलती नहीं करनी है और चांद निकलने के बाद ही भोजन करना है।