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Submarine Life:कैसे बिताते हैं इंडियन नेवी के जवान पानी में दिन और रात

 
Submarine Life:कैसे बिताते हैं इंडियन नेवी के जवान पानी में दिन और रात
Indian Navy Submarine Life: भारतीय नेवी के जवान दिन और रात कई-कई दिनों तक समुद्र तल में सबमरीन में रहते हैं। तो सोचो कैसे बिताते होंगे ये जवान इतने दिन एक ही कमरे जैसी बन्द सबमरीन में।   Dainik Haryana News:Indian Navy: जरा थोड़ा सा अंदाजा लगाकर देखो की अगर हमें एक कमरे में 30 से 40 दिन के लिए एक कमरे में बंद कर दिया जाए तो क्या होगा। इतना ही नहीं कमरे में 30से 40 लोग और हों तो क्या होगा। सोचकर ही पसीना आ गया होगा। हमारे जवानों को कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता होगा।   एक रिटायर कोमोडोर अनिल जय सिंह ने एक बार हंसते हुए कहा था की एक स्टील के सिलेंडर में 40 से 50 दिन बिताने पड़ जाएं तो क्या होगा। उनके 15 से 16 साल के अनुभव नें बताया की जब एक बार पनडुब्बी जब एक बार समुद्र में गोता लगा देती है तो फिर महीने 2 महीने बाद ही बाहर आती है। Read Also: Ration Card : राशन कार्ड से जुड़े नियमों में आज से हुआ बदलाव, क्या कम मिलेगा राशन? तो ऐसे में उसके अंदर रहने वाले 30 से 40 जवान कैसे इसे मैनेज करते होंगे। अनिल ने बाताया की इस स्टील के डिब्बे में रहने वाले जवानों के बीच आपसी मेल जोल होना बहुत जरूरी है। अगर सभी के बीच आपसी मेल जोल नहीं बना तो झगड़ा होना लाजिमी है। इसलिए आपसी मेल जोल रखना बहुत जरूरी है।   क्योंकि अगले एक दो महीने के लिए ये सबमरीन ही उनकी दुनिया होती है। इसके अंदर जवानों को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अंदर खाने पीने नहाने जैसी हर समस्या का सामना करना पड़ता है। Read Also:Kisan News : पांच दिन बाद भी नहीं हो रही गेहूं की खरीद शुरू, किसान परेशान यदि खाना बनाते समय ज्यादा धुआं निकाल तो समस्या हो जाती है। इसलिए जवानों को खाने की समस्या से भी झुझना पड़ता है। दाढ़ी तक अंदर नहीं बना सकते। महीने में एक से दो बार नहाने का मौका मिलता है।   वहां का मौसम बेहद गर्म होता है। नींद की भी समस्या रहती है। वहां दूफ की एक किरण तक नहीं जाती। बाहर आकर जवानों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अंदर जवानों के कानों को बहुत हानि होती है। Read Also:Funny Jokes: हंसी के फव्वारे लेकर आए हैं इसलिए जवानों के कानों का अच्छे से ध्यान रखा जाता है। एक बार पहने कपड़ो को 3 से 4 बार पहने के बाद फेंक दिया जाता है। पनडुब्बी के अंदर जाने वाले जवानों को बहुत सी मुश्किलोंका सामना करना पड़ता है।   अंदर ही नहीं बाहर आकर भी शरीर से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। देश के जवान चाहे पनडुब्बी में हो यां बाहर वो देश सेवा में हर समय तत्पर रहते हैं।