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Success Story : गरीबी से परेशान एक दोस्त की दुसरे दोस्त ने की मदद तो बन गया DSP, जानें सफलता की कहानी

 
Success Story : गरीबी से परेशान एक दोस्त की दुसरे दोस्त ने की मदद तो बन गया DSP, जानें सफलता की कहानी
UPSC Success Story : आपके लिए आज एक ऐसी सफलता की कहानी लेकर आए हैं जो आपके दिल को छू लेगी। जब एक दोस्त ने ने दुसरे दोस्त को पढ़ाई में मदद् की और दोस्त DSP बना। इन दो दोस्तों की कहानी दुनिया के लिए दोस्ती की मिशाल बनकर सामने आई। Dainik Haryana News,DSP Success Story(New Delhi): आज हम आपके लिए लोकेश छापरे और शुभम गौर 2 दोस्तों की दिल को छू लेने वाली कहानी लेकर आए हैं। मध्य प्रदेश के हरदा के रहने वाले लोकेश गरीबी से झूझ रहे थे। लोकेश की मदद् की उसके दोस्त शुभम ने। हरदा जिले के सरदना गांव के रहने वाले लोकेश के पिता नाव चलाने का काम करते थे। लोकेश के परिवार का गुजारा नाव से ही होता था। लोकेश के 2 बड़े भाई इसमें उसकी मदद करते थे। READ ALSO :Chanakya Niti : 2024 में सफलता पानी है तो जीवन में लागू करें आचार्य चाणक्य की ये बातें लोकेश के परिवार की आर्थिक स्थिति ठिक ना होने के कारण लोकेश आगे पढ़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। इसमें उसकी मदद् की उसके दोस्त शुभम ने। शुरूआती शिक्षा ग्रहण करने के लिए लोकेश को अजनाल नदी पार कर दुसरे गांव में जाना पड़ता था। नदी के उस पार कभी नांव से जाते तो कभी तैरकर नदी पार करनी पड़ती। 8 वीं तक की पढ़ाई पुरी करने के बाद लोकेश ने हरदा के उत्कृष्ट विद्यालय में दाखिला लिया और सरकारी हासटल में रहते हुए आगे की पढ़ाई की। लोकेश छापरे बताते हैं की उनकी मुलाकात 10 कक्षा में शुभम गौर से हुई। 12 वीं की पढ़ाई गणित से पुरी करने के बाद लोकेश ने आगे की पढ़ाई शुरू की। इंदौर जाकर लोकेश ने कालेज में दाखिला लिया। कालेज में पढ़ाई करते हुए लोकेश भवंरकुआ क्षेत्र में किराए पर रहता था। लोकेश के लिए आर्थिक तंगी इतनी बढ़ चुकी थी के भारत और आस्ट्रेलिया के बीच एक मैच खेला जाना था, एक दोस्त ने कहा कि वो मैच के टिकेट लाकर दे तो एक टिकेट के 400 रूपये देगा। READ MORE :Haryana News : सुनारिया जेल में गैंगवार, वहीं पर बंद हैं बाबा राम रहीम! लोकेश पैदल चलकर स्टेडियम तक पहुंचे और सारी रात लाइन में लगने के बाद भी टिकेट नहीं मिले। पुलिस की लाठियां खानी पड़ी वो अलग से। इस बीच शुभम का फोन आता है और वो लोकेश को भोपाल आने को कहता है। लोकेश ने शुभम के किराए के मकान में रहते हुए PSC की तैयार करते हुए 2019 में प्रयास किया और अब रिजल्ट आपके सामने है। लोकेश PSC की परीक्षा के पास करने के बाद लोकेश को DSP पद के लिए चुना गया। लोकेश ने बताया की वो अब भी प्रयास जारी रखे हुए हैं। उनका दोस्त शुभम भी PSC की तैयारी कर रहा है।