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Success Story : 15 बार फेल होने के बाद भी नहीं छोड़ी मेहनत, 16वीं बार में रचा इतिहास

 
Success Story : 15 बार फेल होने के बाद भी नहीं छोड़ी मेहनत, 16वीं बार में रचा इतिहास
Success Story Of A Farmer: आज के इस दौर में लोग कुछ दिन की मेहनत के बाद ही सफलता ना मिलने पर काम को छोड़ देते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने 15 बार असफल होने के बाद भी मेहनत नहीं छोड़ी और 16वीं बार में अपने सपनों को पूरा किया। आइए खबर में जानते हैं उनकी सफलता की कहानी। Dainik Haryana News, Success Story (ब्यूरो): आज हम आपको बताएंगे मिन्डी गांव के रहने वाले श्योपालराम की जिसने लगातार 10 साल मेहनत करी। उनको 15 बार असफलता मिली लेकिन फिर भी तैयारी नहीं छोड़ी और मेहनत करी। 16वीं बार में वो कृषि अनुसंधान में अधिकारी बने। उनकी पढ़ाई 1 से लेकर 12वीं तक सरकारी विद्यालय में हुई है। उनको 12वीं तक तीन स्कूलों को बदलना पड़ा, 6 से 10 तक वो सरकारी स्कूल में पढ़े। उनका विषय एग्रीकल्चर का ही रहा है। वर्ष 2003 में जेट की परीक्षा दी और 2007 में BSC  एग्रीकल्चर से बीकानेर में की. MSC  2009 में गुजरात के SDAU  महाविद्यालय से की. READ ALSO :Earthquake: भूकंप के छटकों से हिला दिल्ली एनसीआर, लोग घरों से बाहर निकल उतरे सडकों पर सबसे पहले उन्होंने साल 2007 में परीक्षा दी थी। उनको 10 साल तक 2017 तक कोई भी सफलता नहीं मिली है। यशोपालराम के पिता भी एक किसान थे। उनका कहना है कि उनकी सफलता सिर्फ उनके पिता और माता के कारण ही है। READ MORE :Chanakya Niti : अमिर भाभी पर आ गया है दिल तो पटाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके, कर देंगी आपको संतुष्ट

नौकरी के साथ की तैयारी :

उनका कहना है कि वो साथ में नौकरी करते थे और पढ़ाई भी जारी रखी। उसके बाद 3 साल तक उन्होंने काजरी जोधपुर में काम किया। उसके बाद वो सिर्फ 5 से 7 घंटे तक ही पढ़ाई कर पाते थे। उनकी कहानी हम सभी के लिए एक प्रेरणा से कम नहीं है। जीवन में कभी हमें हार नहीं माननी चाहिए और अपनी मेहनत को कम नहीं होने देना है। आज नहीं तो कल हमें सफलता मिल ही जाएगी।