Success Story : हरियाणा के छोटे से गांव की बेटी बनी IAS अफसर
Aug 27, 2023, 10:54 IST
UPSC Success Story : यूपीएससी(UPSC Exam) की परीक्षा देश में सबसे ज्यादा कठीन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। हर कोई इसे पास नहीं कर पाता है लेकिन कुछ हैं जो लगातार दिन रात मेहनत कर अपने सपनों को पूरा करते हैं और इस कठीन परीक्षा को पास करते हैं। ऐसी ही एक सफलता की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं। हरियाणा के एक छोटे से गांव की बेटी ने इतिहास रच दिया है। आइए जानते हैं उस बेटी की सफलता की कहानी। Dainik Haryana News,IAS Success Story (नई दिल्ली): हरियाणा के रोहतक जिले की अंकिता(IAS Ankita) ने साल 2016 में अपनी तैयारी शुरू करी और 2017 में वो परीक्षा देने के लिए तैयार हुई। कड़ी मेहनत के बाद भी उनको पहली बार में ही सफलता नहीं मिली। अंकिता महम की रहने वाली हैं और चौधरी इंटरमीडिएट के बाद वो दिल्ली के हिंदू कॉलेज में अपनी गे्रजेएशन करने के लिए गई। वहां से डिग्री हासिल करी और परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। READ ALSO :Chawl Price : चावल की कीमतों में गिरावट, चेक करें आज के ताजा रेट प्रयास में अंकिता ने 14वीं रैंक हासिल करी और अपने गांव का नाम रोशन किया। मास्टर की पढ़ाई भी अंकिता ने शुरू कर दी और कुछ थोड़ी बहुत तैयारी परीक्षा की भी साथ में करती रही। अंकित की मां एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद अंकिता टूट सी गई और गहरे सदमें में चली गई। लेकिन अंकिता ने कभी भी हार नहीं मानी और अपने आप को मजबूत बनाया। अंकिता ने अफसर बनने के बाद अपनी मां को श्रदांजलि दी। पहली बार फेल होने के बाद अंकिता ने हार नहीं मानी और पहले जो गलतियां की उनको सुधार दूसरी बार फिर से 2018 में परीक्षा में बैठी। पूरी लगन और मेहनत से अगर आप कोई काम करते हैं तो आपको किसी तरह की असफलता नहीं मिलेगी। अंकिता का कहना है कि जीवन में अगर सफल होना है तो कभी भी हार नहीं मानना है। READ MORE :Cheque Payment Rules : जब Lakh को लिखते हैं Lac, ऐसे चेक का क्या करता है बैंक अगर आप एक दिन हार जाते हैं तो सब कुछ खतम हो जाता है लेकिन आपको अगले दिन फिर से शुरू करना होगा और अपने माता पिता के सपने पूरे करने होंगे। मेरी कामयाबी में सबसे बड़ा योगदान मेरे पिता जी का है। उनके बगैर में इस परीक्षा को कभी पास नहीं कर पाती और आज यहां आपके सामने ना होती। इसलिए जीवन में मेहनत और लगन से आगे बढ़ते रहना चाहिए।