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IAS Success Story: पापा लगाते थे फल सब्जियों की रेहडी, बेटी मेहनत कर बन गई IAS अफसर

 
IAS Success Story: पापा लगाते थे फल सब्जियों की रेहडी, बेटी मेहनत कर बन गई IAS अफसर
Success Story: भारत में हर साल बहुत से अफसर भर्ती होते हैं और सफलता की कहानी छोड़ जाते है। यह कोई जरूरी नहीं के अफसर बनने के लिए अमीर परीवार में जन्म लेना पड़ता है। यह सब गलत है इंसान अपने मेहनत और लगन के दम पर कुछ भी हांसिल कर सकता है। जब वयक्ति चांद पर पहुंच सकता है तो फिर IAS बनना कौनसी बड़ी बात है। ऐसी ही एक युवा महिला की कहानी हम आपके लिए लेकर आए हैं। Dainik Haryana News: UPSC Success STory(चंडीगढ़): अनुराधा पाल हमारी आज की कहानी की पात्र हैं। अनुसार हरिद्वार के एक छोटे से गांव से आती हैं। अनुराधा के पिता दूध बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। अनुराधा को बचपन से ही पढ़ाई करने का शौंक था। इसलिए शुरूआती पढ़ाई नयोदय विद्यालय से पुरी की, इसके बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई पुरी की। घर की स्थिति खराब होने की वजह से अनुराधा(IAS Anuradha Pal) को इंजीनियरिंग करने के बाद टेक महिंद्रा में नौकरी करनी पड़ी। इसके बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए अनुराधा ने नौकरी छोड़ दी। उनका सपना IAS बनने का था तो अपनी कोचिंग की फिस भरने के लिए अनुराधा ने बच्चों को टयूशन पढ़ाना शुरू कर दिया। Read Also: Funny Jokes: हंसते रहो गाते रहो गुनगुनाते रहो इसके बाद उनहोंने बतौर लेक्चरर भी कालेज में नौकरी की। साल 2012 में अनुराधा ने UPSC में पहला प्रयास किया जहां उनकी 451 वीं रैंक आई। इस बार वो IAS के लिए नहीं चुनी गई। लेकिन अनुराधा ने हार नहीं मानी इसके 3 साल बाद फिर से 2015 में UPSC की परीक्षा दी और इस बार अनुराधा ने आल इंडिया रैंक 62 लाकर अपने IAS बनने के सपने को पुरा किया। अनुराधा का बचपन गरीबी में बीता, उनके पास इतनी संसाधन भी नहीं थे, लेकिन अनुराधा ने यह साबित कर दिखाया की मेहनत के आगे ये सब चीजें कोई मायने नहीं रखती। Read Also: Old Bottle Caps : पुरानी बोतल के ढक्कन से बनाएं ये 7 चीज मेहनत करते रहो फल की चिंता मत करो समय आने पर मेहनत का फल अपने आप मिल जाएगा।