Dainik Haryana News

Sugar : शुगर के मरीज इस पौधे को करें चीनी की जगह इस्तेमाल, बीमारी भाग जाएगी दूर

 
Sugar : शुगर के मरीज इस पौधे को करें चीनी की जगह इस्तेमाल, बीमारी भाग जाएगी दूर
Diabetes : डीयबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। आज के समय देशभर में बहुत से लोगों को ये बीमारी है। ऐसे में डॉक्टरों की दवाइयां खानी पड़ती है लेकिन शुगर का लेवल कम नहीं होता है। आज हम आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं जो शुगर की बीमारी के लिए अच्छा होता है। आइए जानते हैं इस पौधे के बारे में। Dainik Haryana News,Stevia Plant(नई दिल्ली): डायबिटीज के मरीजों को चीनी खाने से मना किया जाता है क्योंकि ऐसा करने से शुगर का लेवल और भी ज्रूादा बढ़ जाता है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं स्टीविया के पौधे की जो रामबाण है। ये चीनी का काम करता है और शुगर के मरीजों को चीनी की जगह इसका इस्तेमाल करना चाहिए। इस पौधे में कैलोरी काफी कम मात्रा में होती है। पश्चिमी राजस्थान के सरहदी बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित माता सती दक्षिणायन मंदिर के पुजारी ने तीन साल की मेहनत के बाद इस पौधे को लगाया है। स्टीविया को मीठी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। READ ALSO :Flipkart Sale : 8 हजार रूपये से कम हुई इन 3 फोन की कीमत, धड़ल्ले से कर रहे लोग खरीदारी रेगिस्तान में ही यह पौधा उगता है सूखे और रेत के टीलों की तस्वीर करते हैं ना कि जब भगीरथ अपने प्रयासों से जमीन पर गंगा उतार सकते हैं तो उन्हें प्रयासों से वो रेगिस्तान में पौधे भी उगा सकते हैं। जिसकी कल्पना ही नामुमकिन हो. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बाड़मेर के माँ सती दाक्षायणी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष ने, उन्होंने मंदिर में 400 किस्तों के चार हजार पौधे लगाए हैं जिसमें से एक स्टीविया का पौधा है। जो लोग चीनी नहीं खाते हैं या परहेज होते हैं वो लोग इस पौधे का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि ये मीठा होता है और शुगर को भी ठीक करने में मदद करता है। इसकी मदद से न सिर्फ चाय या कॉफी बना सकते हैं, बल्कि इसे नींबू पानी में भी उपयोग में ले सकते है।

कहा जाता है 'मीठी तुलसी' :

स्टीविया को शुगर प्लांट या शुगर फ्री भी कहा जाता है। जहां पर ये उगता है वहां ही बोली में इसे मीठी तुलसी भी कहा जाता है। यह चीनी का अच्छा प्राकृतिक विकल्प है. यह देखने में तुलसी के पौधे जैसा होता है और शक्कर से भी 50 गुना मीठा होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, कैलोरी और आर्टिफिशियल इंग्रेडिएंट्स नहीं होते हैं। READ MORE :Kisan News : केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने किसानों को दिया दीपावली का तोहफा, खुशी से उछले किसान मंदिर पुजारी वासुदेच जोशी का कहना है कि से डायबिटीज के मरीजों के लिए मददगार होता है। इसकी पत्तियों में कैलोरी ना के बराबर होता है। इसे लगाने के लिए हमने तीन सालों की मेहनत करी है। पहले अमेजन से ऑनलाइन बीज मंगवाया लेकिन प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण यहां पनप नही पाए. इसके बाद मध्य प्रदेश और बिहार से भी पौधे मंगवाए हैं और सीकर से पौधे मंगवाने के बाद भी लगाया है।