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UPSC Success Story : नौकरी के साथ में कि UPSCकी तैयारी, जानें सफलता की कहानी

 
UPSC Success Story : नौकरी के साथ में कि UPSCकी तैयारी, जानें सफलता की कहानी
 Success Story : भारत में यूपीएससी की परीक्षा को बहुत ही कठिन माना जाता हैं आज हम आपको माधव भारद्वाज के बारे में बताएगें उन्होंने अच्छी सैलरी वाली नौकरी को छोडकर देश की सेवा करने के बारें में सोचा और यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू की। तो आइए जानते है उनकी सफलता के बारे में। Dainik Haryana News,IAS  Success Story(New Delhi) : सफलता अंतिम नहीं है, असफलता घातक नहीं है, यह जारी रखने का साहस है जो मायने रखता है. आज एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बात करने जा रहें है, जो एक माइक्रोसॉफ्ट में काम करता था,लेकिन माधव भारद्वाज ने अच्छी-खासी सैलरी वाली जॉब छोड़कर देश की सेवा करने का सोचा और यूपीएससी एग्जाम की तैयारी में लग गया. जहां पर कुछ भी निश्चित नहीं है. सेलेक्शन हो भी सकता है और नहीं भी. तो आइए जानते है माधव भारद्वाज के बारे में। Read Also : UPSC Success Story : बेहद ही खूबसूरत रिसेप्शनिस्ट ऐसे बनी आईएएस अफसर, खूबसूरती के मामले में बॉलीवुड एक्ट्रिेस को देती है मात

जीवनशली और संघर्ष की कहानी:

माधव भारद्वाज उत्तराखंड के मसूरी में रहने वाली है। ये बचपन से ही लाल बहादुर शास्त्री राष्टय प्रशासन अकादमी के बारे में सुना और देखा भी करते थे। वहा पर उनके पिता काम किया करते थे। यही कारण था की वह एक ऐतिहासिक परिसर से वह बचपन से वाकिफ थे। वेसे तो माधव भारद्वाज ने 12 वीं के बाद एमएनएनआईटी, प्रयागराज में बीटेक कंप्यूटर साइंस में दाखिला लिया।

माधव भारद्वाज की मेहनत:

माधव के मन में आईएएस बनने का सपना आया. जिसके बाद सोच-विचार करने के बाद उन्होंने अपने करियर की राह बदलने का निश्चय किया. जबकि ये सब इतना आसान नहीं था. बताते हैं कि वह दिन में ऑफिस का काम करते और फिर रात में चार से पांच घंटे की पढ़ाई किया करते थे. जब छुट्टियों होती तो वह 10-12 घंटे भी पढ़ लिया करते, और यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जी-जान लगा कर तैयारी में लग गए. हालंकि पहले अटेम्प्ट में महज तीन अंक की कमी से फाइनल सेलेक्शन होते-होते रह गए

2020 में कोरोना महामारी:

माधव भारद्वाज ने एमएनएनआईटी से बीटेक की डिग्री हासिल की और आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए करने के चले गये। जिसके बाद में माधव का प्लेसमेंट एक दिग्गज मल्टीनेशनल कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में प्रोडक्ट मैनेजर के पद उनकी जॉब लग गई। जॉब लग जाने के बाद माधव भारद्वाज का जीवन ठीक-ठाक ही चल रहा था की 2020 में कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रहा था। जिसके बाद सभी लोगों को वर्क फ्रॉम होम मिल गया था। ऐसा माधव भारद्वाज के साथ में भी हुआ। Read More : UPSC Succes Story : 24 साल की उम्र में चाय वाले के बेटे ने की UPSC की परीक्षा पास

माधव भारद्वाज का संघर्ष:

पहले ही अटेम्प्ट में इतने कम अकों से मिली असफलता ने हताश करने की बजाए संकल्प को मजबूत कर लीया और फिर से तैयारी में लग गया। लेकिन सप्ताह भर के बाद प्रीलिम्स का दूसरा अटेम्प्ट था। अपना पूरा ध्यान अफलता से हटाकर आने वाले पेपर की तैयारी में लग गया फिर क्या था दूसरे अटेम्प्ट में प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू राउड क्लीयर कर दिया और अपने सपने को पूरा कर लिया। माधव ने यूपीएससी की परीक्षा 2022 में 536 रैंक हासिल की।